दोस्तों आज हम चर्चा करेंगे योगी आदित्यनाथ जी के जीवन और उनके सांसद से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने तक के उनके सफ़र के बारे में. योगी आदित्यनाथ जी को कौन नहीं जानता है. आज शायद ही कोई ऐसा होगा जो उनके व्यक्तित्व से परिचित ना होगा. योगी आदित्यनाथ जी का जन्म उत्तराखंड में ०5 जून सन 1972 को हुआ था.योगी आदित्यनाथ जी के पिताजी का नाम श्री आनंद सिंह बिष्ट और माताजी का नाम श्रीमती सावित्री देवी है. योगी जी का वास्तविक नाम अजय सिंह बिष्ट है. इनके राजनितिक जीवन की वास्तविक शुरुआत तब हुई थी जब इन्होने सन 1998 में पहली बार लोकसभा का चुनाव जीता था तब उनकी उम्र महज 26 वर्ष थी. इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि बहुत ही विरले लोगो को प्राप्त होती है.
आदित्यनाथ जी के बारे में दिलचस्प और प्रेरणादायी रोचक तथ्यों के बारे में चर्चा करते है:-
- जवानी की देहलीज में कदम रखते ही व्यक्ति अपने भविष्य की योजनाये बनाने लगता है, नए नए सपनों के ताने बाने बुनता है, जीवन का आनंद उठाने लगता है, हसीन कल्पनाओं को साकार करने की योजनायें बनाने लगता है उस उम्र में हमारे योगी आदित्यनाथ जी ने महज २२ वर्ष की उम्र सांसारिक जीवन को अलविदा कहकर संन्यास ग्रहण कर लिया था. उनको सन्यास धर्म में दीक्षित करने वाले उनके गुरु थे महंत अवैद्यनाथ जी जो आगे चलकर उनके राजनीतिक गुरु भी बने.
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योगी आदित्यनाथ जी ने राजनीती में प्रवेश करते ही हिदुत्व की अलख जगाने का बीड़ा उठाया हुआ है. उन्होंने गौर किया कि कुछ सियासी असामाजिक राजनितिक दलों की वजह से हिन्दुत्व को गहरा आघात पहुच रहा है इसीलिए उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में हिंदुत्व और उसके पुनर्जागरण को मुख्य मुद्दा बनाया. इस कार्य को क्रियान्वित करने के लिए उन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी का गठन किया और अधिक से अधिक लोगो में हिंदुत्व की भावना जगाने का प्रयास किया.
- योगी आदित्यनाथ जी ने सर्वप्रथम गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की और वर्ष १९९९ से लेकर २०१४ तक लगातार चुनाव लड़ते हुए लगातार जीत दर्ज करवाई और प्रत्येक चुनाव में उनके समर्थको की संख्या लगातार बढती ही गयी.
- योगी आदित्यनाथ जी का जन्म ०५ जून १९७२ को उत्तरप्रदेश के एक छोटे से गाव पंचुर में हुआ था जो कि पौड़ी गडवाल जिले और यमकेश्वर तहसील में स्थित है. इन्होने ग्रेजुएशन तक अपनी पढाई पूरी करते हुए बाद में सन 1992 में गणित विषय लेकर बीएससी की परीक्षा पास की.
- योगी आदित्यनाथ जी इतने पढ़े लिखे होने के बावजूद भी चाहते तो कोई भी ऐशो आराम वाली सरकारी नौकरी कर सकते थे लेकिन उन्होंने सरकारी नौकरी को अलविदा कह कर भारत माता की सेवा करने और हिदुत्व को पुनः जीवनदान देने को अपने जीवन का प्रथम और अंतिम लक्ष्य बनाया.
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१९ मार्च २०१७ को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण की और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते ही इन्होने पुरे देश को ये बता दिया की काम कैसे किया जाता है. इन्होने सबसे पहले पुरे उत्तरप्रदेश प्रदेश में गौ हत्या पर पाबंदी लगाते हुए वैध अवैध बुचढ्खानो को बंद करवाया.
- इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ जी ने छुआछूत और जाती पाती जैसी कुप्रथाओ पर भी कठोर प्रहार किया और जनता से अपील की कि वो भी इन जातिगत असमानता की बेड़ियों को तोड़े.
- जनता में देशभक्ति की भावना जगाने के साथ ही उन्होंने लोगो में हिंदुत्व के प्रति पुनः एक नवचेतना का संचार किया. उन्होंने नारा दिया की सिर्फ देशभक्ति ही नहीं अपितु अपने धर्म के प्रति भी व्यक्ति को निष्ठावान होना चाहिए.
- आज से पहले शायद ही कोई हिन्दू अपने हिन्दू धर्म के प्रति इतना जागरूक नहीं था जितना कि योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद हुआ है. किसी भी अन्य मुख्यमंत्री की तुलना में ये उनकी अब तक की सबसे महान उपलब्धि साबित हुई है. हिंदुत्व के प्रति उनके नवीन दृष्टिकोण से देश का हर एक हिन्दू उनसे सहमत है.
- योगी आदित्यनाथ जी बहुमुखी प्रतिभा के धनि है. बहुत कम लोग ये बात जानते है कि वो राजनीती में ही नहीं बल्कि लेखन के क्षेत्र में भी सक्रिय है. उन्होंने कई आध्यात्मिक पुस्तकों का सफलतापूर्वक लेखन किया है.
- योगी आदित्यनाथ जी की छवि युगपरिवर्तन की है और उन्होंने उत्तरप्रदेश ही नहीं बल्कि पुरे भारतवर्ष में एक नया इतिहास ही रच दिया है.
- योगी आदित्यनाथ जी धर्म परिवर्तन के सख्त खिलाफ है. उन्होंने गैर हिन्दुओं को भी घर वापसी की सलाह दी है. ऐसा काम सिर्फ एक योगी ही कर सकता है क्योंकि उत्तर प्रदेश में अब तक जितने भी मुख्यमंत्री हुए है उनमे से किसी ने भी ऐसा कदम नहीं उठाया है.
- उत्तर प्रदेश की सत्ता सँभालते ही योगी आदित्यनाथ जी ने असामाजिक तत्वों और वहा व्याप्त असामजिक गतिविधियों को लेकर जो आक्रामक रुख अपनाया हुआ है वो वाकई में प्रशंसनीय और सराहनीय भी है.
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योगी आदित्यनाथ जी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर के कई मुहल्लों के नाम तक परिवर्तित करवा दिए जैसे कि उर्दू बाज़ार को हिंदी बाज़ार अलीनगर को आर्यनगर और मियां बाज़ार को माया बाज़ार घोषित करवा दिया.
- कहना अतिश्योक्ति न होगी की योगी आदित्यनाथ जी जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने है हिन्दू धर्म को एक नया आयाम और एक नवजीवन मिल गया है. ये भी उनकी एक महान उपलब्धि ही साबित हुआ है.
- योगी जी का जीवन आसान नहीं है. इतने अच्छे कार्य करते हुए भी वे हमेशा विवादों में बने रहे है और उन पर कई आपराधिक मुक़दमे भी चल रहे है. लेकिन फिर भी उनके कार्य करने के तेवर और तौर तरीको में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है.
- योगी आदित्यनाथ जी की इन उपलब्धियों को केंद्र सरकार भी नज़रन्दाज़ नहीं कर पाई और मोदी सरकार ने उन्हें देश, धर्म और जनता की भलाई के लिए काम करने की खुली छूट भी दे दी है.
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योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री पद के संभालने से पहले उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार के राज में मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीती की जा रही थी और मुसलमानों को बहुत बढावा दिया जा रहा था. ऐसा लग रहा था कि उत्तरप्रदेश कही इस्लामिक राज्य न बन के रह जाए लेकिन २०१७ के चुनाव में योगी आदित्यनाथ जी का बहुत ही जोर शोर से प्रचार प्रसार किया गया और ये नारा दिया गया की यदि उत्तरप्रदेश का इस्लामीकरण रोकना है तो योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाना ही होगा और फलस्वरूप योगी आदित्यनाथ चुनाव जीत गए.
- योगी आदित्यनाथ जी की छवि एक कट्टर हिन्दू की छवि है लेकिन योगी जी के गोरखनाथ मठ में मुस्लिमो का बहुतायत में आना जाना आज भी अनवरत शुरू है जो कि इस बात का प्रमाण है कि वे कट्टर हिन्दू तो है लेकिन दुसरे धर्मो के लोगो के प्रति भी उनके मन में परस्पर आदर है.
- योगी आदित्यनाथ जी की एक खासियत ये भी है कि उनको भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओ का तो पूरा समर्थन है ही साथ ही साथ उन्हें युवाओ का अधिक से अधिक संख्या में समर्थन भी हासिल है.
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योगी आदित्यनाथ जी का एक उज्जवल पक्ष ये भी है की वो अविवाहित है. योगी जी अपने तीखे तेवरों की वजह से तो चर्चा में है ही लेकिन अविवाहित होने से इस बात का भी पता चलता है कि उन्होंने स्वयं को देश और हिंदुत्व को समर्पित कर दिया है.
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योगी आदित्यनाथ जी लगातार पांचवी बार उत्तरप्रदेश के सांसद चुने गए है. गोरखपुर के गोरक्षपीठ के योगी जी पीठाधीश्वर भी है.
- योगी आदित्यनाथ जी ने लव जिहाद का भी मुद्दा उठाया. मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दू बहनों को प्यार मोहब्बत के झूठे जाल में फंसाकर उनसे विवाह कर उनकी अस्मत को लूट लिया जाता है और उसके बाद या तो उन्हें छोड़ दिया जाता है या फिर गर्भवती कर के दर दर की ठोकरे खाने को छोड़ दिया जाता है. योगी जी ने इस मुद्दे को बहुत ही गंभीरता से लिया और लव जिहाद के खिलाफ व्यापक स्तर पर मुहीम भी छेड़ दी है.
- योगी जी सबसे कम उम्र के सांसद तो रह ही चुके है लेकिन वो सबसे युवा और कम उम्र के मुख्यमंत्री भी है.
- ये तो योगी आदित्यनाथ जी की प्रतिभा और कुछ कर गुजरने का जज्बा ही था जो महंत अवैधनाथ जी ने उन्हें अपना उतराधिकारी घोषित किया.
- योगी जी ने जब गौहत्या पर पाबंदी लगाईं तब उत्तरप्रदेश के अलावा पुरे देश में उनके खिलाफ आन्दोलन शुरू हो गए. क्या मुस्लिम और क्या गैर मुस्लिम सभी ने योगी जी का विरोध किया. लेकिन योगी जी अपने कर्तव्यपथ से हटे नहीं और गौहत्या पर पाबन्दी के अपने फैसले पर अड़े रहे.
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७ सितम्बर २००८ को योगी आदित्यनाथ को आजमगड़ में लगभग १०० लोगो की भीड़ ने घेर कर उन पर जानलेवा हमला भी किया लेकिन योगी आदित्यनाथ जी उस हमले में बाल बाल बच गए.
- योगी आदित्यनाथ जी अपने विवादित बयानों को लेकर भी कम चर्चा में नहीं रहे है. अल्पसंख्यको की संख्या को लेकर भी उन्होंने मुद्दा उठाया की इनकी संख्या जहाँ भी ज्यादा होती है वही गैर मुस्लिमो के लिए मुसीबते बढ़ जाती है.
- उत्तरप्रदेश में मुस्लिमो की जनसँख्या सबसे अधिक है. उत्तरप्रदेश से जब तब आवाज़े आती ही रहती थी कि उत्तरप्रदेश को मिनी पाकिस्तान बनाना है लेकिन योगी आदित्यनाथ जी ने साफ़ साफ़ एलान कर दिया कि हम ना तो उत्तरप्रदेश को मिनी पाकिस्तान बनने देंगे और ना ही उसे दूसरा कश्मीर बनने देंगे.
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योगी आदित्यनाथ जी ने तो मदर टेरेसा पर भी विवादित बयान दिया था. उन्होंने मदर टेरेसा के बारे में कहा था कि वे भारत के ईसाईकरण की साज़िश का हिस्सा थी.
- योगी आदित्यनाथ जी ने एक बयान ये भी दिया था की जिन्हें सूर्य नमस्कार से समस्या है वे चाहे तो समुद्र में डूब सकते है.
- योगी आदित्यनाथ जी यही नहीं रुके उन्होंने तो सार्वजनिक घोषणा भी कर दी कि जब हमें अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने से कोई नहीं रोक पाया तो मंदिर बनाने से कौन रोकेगा.
- लेकिन योगी आदित्यनाथ जी का एक बयान ऐसा है जिसे विवादित कहना गलत होगा. उन्होंने मुस्लिमो की बढती हुई आबादी को लेकर भी मुद्दा उठाया था और कहा था कि मुस्लिमो की तेजी से बढती हुयी जनसँख्या को लेकर कोई ठोस कदम उठाना होगा.
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योगी आदित्यनाथ जी ने एक मुद्दा ये भी उठाया था कि जब मक्का में कोई गैर मुसलमान नहीं जा सकता या वेटिकेन में कोई गैर इसाई नहीं जा सकता तो फिर हिंदुस्तान में कोई गैर हिन्दू कैसे आ सकता है.
- योगी आदित्यनाथ जी ने तो देश के तमाम मस्जिदों में हिन्दू देवी देवताओं की मूर्तियों की स्थापना की इजाजत तक की मांग कर डाली थी.
- योगी आदित्यनाथ जी का भारतीय राजनीती में जिस तरह से आना हुआ और उन्होंने इतने कम समय में जो भी कार्य किये उन कार्यो ने उन्हें एंग्री यंग मैंन की उपाधि दी.
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योगी आदित्यनाथ जी को हिंदुत्व के एक ब्रांड एम्बेसडर के रूप में एक अलग ही पहचान मिल चुकी है.
- उत्तरप्रदेश में मुलायम और मायावती की सरकार रहने के बावजूद भी हिन्दू दबा कुचला सा स्वयं को महसूस कर रहा था क्योंकि मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण मुसलमानों का बोलबाला था. इन समस्याओं को देखते हुए योगी आदित्यनाथ जी को सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया गया.
- वैसे भी देखा जाये तो राम मंदिर बनाने के लिए और हिंदुत्व की मशाल को फिर से प्रज्ज्वलित करने के लिए केंद्र में और राज्य में योगी आदित्यनाथ जी जैसा कर्मठ, जुझारू, लगनशील और हिंदुत्व को अपना तन मन धन समर्पित करने वाले नेता की ही जरूरत है.
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योगी आदित्यनाथ जी की एक खासियत ये भी है कि उन्हें राजनीती कोई विरासत में नहीं मिली है और ना ही उनके कुल खानदान में कोई राजनितिक क्षेत्र से है. ये तो वो सम्पदा है जिसे योगी आदित्यनाथ जी स्वयं अपने बलबूते पर कमाया है.
- योगी आदित्यनाथ जी को राजनितिक और अध्यात्मिक शिक्षा दीक्षा उनके गुरु महंत अवैधनाथ जी से विरासत में मिली है. ये तो योगी जी की काबिलियत ही है कि गुरु के सभी शिष्यों में वे ही सबसे ज्यादा आगे निकल गए.
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उनकी कार्यप्रणाली को देखते हुए अब तो उत्तरप्रदेश में हर एक युवा के मुख से एक ही नारा निकल रहा है कि यदि उत्तरप्रदेश में रहना है तो योगी योगी कहना होगा.
- योगी आदित्यनाथ जी के इतने व्यस्त होने के बावजूद भी वे अपने बयानों में लव जिहाद, घर वापसी, इस्लामिक आतंकवाद और माओवादीयों को लेकर बयान देते ही रहते है.
- अपने क्रियाकलापों के कारण योगी आदित्यनाथ जी का भारतीय राजनीती में दबदबा बढता ही जा रहा है.
- देखा जाये तो आज हमें योगी आदित्यनाथ जी जैसे धुआधार नेता की जरूरत है जो हिन्दुओ की घटती हुई जनसँख्या को लेकर इतना गंभीर है.
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आज योगी आदित्यनाथ जी नरेन्द्र मोदी जी के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय और जनप्रिय नेता के रूप में उभरे है इसका सबसे मुख्य कारण ये है कि उनका जनता के साथ सीधा संपर्क है और हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर जितने गंभीर वो दिखाई देते है उतना देश का शायद ही कोई दूसरा हिन्दू नेता होगा.
- योगी जी के साथ में कुछ दलित और पिछड़े वर्ग के लोग जुड़े तो जरूर लेकिन वे ज्यादा समय तक योगी जी के साथ चल नहीं पाए क्योंकि उनके हिन्दू युवा वाहिनी संगठन में ज्यादातर क्षत्रिय लोगो का बोलबाल है और येही कारण है निचली जाती के लोग उनसे अधिक संख्या में जुड़ नहीं पाए.
- योगी जी धीरे धीरे एक महानायक के रूप में उभरते जा रहे है. यहाँ तक कि उन्हें सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रतीक भी बताया जा रहा है.
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उनके व्यक्तित्व को लेकर फेसबुक whatsapp और ट्विटर जैसी सोशल वेबसाइटस उनकी तुलना हॉलीवुड के सुपरस्टार विन डीसेल से तक कर दी है क्योंकि योगी जी का चेहरा उनसे बहुत मिलता जुलता है.
- योगी आदित्यनाथ जी का कद राजनीती में अपने से वरिष्ठ और समकक्ष नेताओ से बहुत ऊँचा हो चुका है इस बात का पता तो इसी से लग जाता है कि वो जहा भी जाते है वोही उनकी बैठके या सभाएं लग जाती है और वो जो भी बयान देते है वो उनके समर्थको के लिए कानून बन जाता है.
बहुत ही बढ़िया और रोचक जानकारी
सर मै हरियाणा में नौकरी के लिए आया था यहां पे सर कंपनी बंद हो जाने के कारण हमारे पास ना हो खाने के लिए कुछ है सर हमारे पास पैसा भी नहीं है कि हम अपने परिवार का गुजारा कर सकू घर जाने के लिए सर कई बार कोशिश किया लेकिन सिर कोई साधन न होने के कारण अपने गवॅ का नाम चंदेलन का पूरा ,पोस्ट दीहा,तहसील ,करछना,जिला ,प्रयागराज,उत्तर प्रदेश