देश के चार प्रमुख महानगरो के बीच 160 किमी तक कि रफ्तार वेस्ली सेमी हाईस्पीड ट्रेने चलाने की योजना के पहले चरण को सरकार ने मंजूरी दे दी है। योजना के तहत दिल्ली से मुबंई, दिल्ली से हावड़ा, कोलकाता से चेन्नई और चेन्नई से मुबंई बीच एक स्वर्णिम चतुर्भज कॉरिडोर बनाने की योजना है।
दिल्ली-हावड़ा रूट के लिए कानपुर और लखनऊ दोनों तरफ की लाइनों को दुरूस्त किया जाएगा। इन पर करीब 6700 करोड़ रूपये ख़र्च होंगे। इससे गुआहाटी जाने वालों को भी लाभ होगा। दूसरी ओर दिल्ली – मुंबई रूट पर लगभग 6800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। रेलवे की कई अन्य फास्ट ट्रैक परियोजनाओं की तरह पहले चरण के भी 2023 तक पूरा होने की आशा है।
सेमि हाई स्पीड के लिए रूटों जे दोनो ओर तार की बाड़ पर लगाई जाएगी। सुरक्षा के लिहाज से इस प्रोजेक्ट में यूरोपीय ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन के अलावा मोबाइल रेडियो कम्यूनिकेशन सिस्टम लगाने का प्रस्ताव है।
भविष्य में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को आपस में जोड़ने वाले सभी रूट पर ट्रेनों की स्पीड 160 किमी तक कर दी जाएगी।
परियोजना के कार्यान्वयन के दौरान लगभग सात करोड़ मानव दिवसों का रोजगार सृजित होने की संभावना है।