Chandrayaan 2 Live Landing: 48 दिन के सफर पर निकले चंद्रयान 2 की यात्रा पूरी होने में अब 18 घंटे से भी कम का वक्त बचा है। छह-सात सितंबर की रात करीब दो बजे चंद्रयान 2 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी। इसरो के वैज्ञानिकों समेत पूरे देश को इस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार है। भारत के लिए ये पल इतना महत्वपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चंद्रयान की लाइव लैडिंग देखने के लिए इसरो में मौजूद रहेंगे। खास बात ये है कि इस दौरान देश भर के 70 छात्र-छात्राएं भी उनके साथ इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे।
लाइव लैडिंग देखने के दौरान पीएम मोदी के साथ मौजूद बच्चों को उनसे बादचीत करने और सवाल पूछने का भी मौका मिलेगा। इतना ही नहीं ये छात्र-छात्राएं इसरो के वैज्ञानिक से भी रूबरू होंगे। छात्रों को इसरो की कार्यप्रणाली करीब से देखने का मौका मिलेगा। इस महत्वपूर्ण पल के लिए जिन 70 छात्रों को चुना गया है, उनमें से 16 केंद्रीय विधालय के हैं।
चंद्रयान -2
- एक वर्ष तक ओर्बिटर चंद्रमा के चक्कर लगाता रहेगा।
- रोवर प्रज्ञान जानकारी को लैंडर विक्रम से साझा करेगा।
- विक्रम इस जानकारी को ओर्बिटर तक पहुंचाएगा ।
- ओर्बिटर इसे धरती पर भेजेगा
- लैडिंग के चार घंटे बाद विक्रम लैंडर से पज्ञान रोवर निकलकर चांद की जमीन पर चलेगा और अध्ययन में जुट जाएगा।
- चंद्रमा की सतह पर प्रज्ञान रोवर करीब आधा किमी की दूरी नापेगा
- 978 करोड़ रुपये होंगे चंद्रयान मिशन पर खर्च