नई दिल्ली।कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन है। स्कूल-कॉलेज से लेकर मॉल-बाजर और कोचिंग संस्थान तक सभी बंद हैं। लेकिन लॉकडॉउन के बीच दिल्ली के स्कूलों ने अलग तरह की पहल शुरू की है। दिल्ली के स्कूलों में 1 अप्रैल से नया एकेडमिक सेशन शुरू होना था। लेकिन, लॉकडाउन के चलते फिलहाल अभी नया सेशन शुरू नहीं किया जा सकता है।
इसलिए दिल्ली के स्कूल बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन क्लास दे रहे हैं, जिसमें स्कूल टीचर बच्चों को मोबाइल, लैपटॉप और स्मार्टफोन के जरिए घर मैं बैठकर पढ़ा रहे हैं। इसके लिए टीचर बाकायदा बच्चों को ऑनलाइन क्लास के जरिए पूरे अनुशासन के साथ पढ़ा रहे हैं। स्कूल प्रशासन की अगर मानें तो एक क्लास में 40 से 50 बच्चों को क्लास दी जा रही है।
निजी स्कूलों में अभी इस तरह की 15 ई-क्लास चल रही हैं। इसके लिए पहले से ही टीचर और बच्चों को माइक्रोसॉफ्ट के जरिए ट्रेनिंग दी गई थी जिसका सब इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं कुछ स्कूलों ने नया फॉर्मूला निकालते हुए बच्चों को होमवर्क और स्टडी मैटेरियल भेजकर उन्हें पढ़ा रहे हैं। टीचर अगले दिन बच्चों का होमवर्क चेक भी करते हैं। वहीं वीडियो में स्कूल टीचर बच्चों को सुबह 10 बजे से दो 1.30 बजे तक पढ़ाई कराते हैं।
अगर इस बीच किसी बच्चे की क्लास छूट जाती है तो उसको ऑडियो-वीडियो सेंड की जाती है। साथ ही टीचर उनके साथ टेलीफोनिक कन्वर्सेशन करके उनकी हेल्प करती हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए 24 मार्च से 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था। ये लॉकडाउन 14 अप्रैल तक जारी रहेगा। इस बीच कोरोना के संकट को देखते हुए लगातार इस तरह की चर्चा हो रही थी कि सरकार 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन की मियाद को बढ़ा सकती है। फिलहाल कैबिनेट सेक्रेटरी ने इससे साफ इनकार किया है।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के खतरे के चलते लॉकडाउन का ऐलान किया गया, इस वजह से देश में मेट्रो, ट्रेन, प्लेन समेत सभी सुविधाओं को बंद कर दिया गया है। हर किसी को अपने घरों के अंदर रहने को कहा गया है और जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलने को कहा गया है। कई राज्य सरकारों ने होम डिलीवरी की सुविधा की व्यवस्था की है, ताकि लोगों को कम से कम घर से बाहर आना पड़े। ऐसे में बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लास कराना एक अच्छी पहल जरुर है।