दोस्तों आज कल आप ने समाचार पत्रों की सुर्ख़ियों में देखा होगा की युद्ध हुआ तो क्या होंगे हालात, जानिए चीन के मुकाबले कितना मजबूत है भारत? क्या आप जाने है भारत की आर्मी का बैकबोन कौन है जी हाँ Indian Ordnance Factory Group
आयुध निर्माणी बोर्ड:
भारतीय आयुध कारखानों से मिलकर (Indian Ordnance Factory Group) एक औद्योगिक संगठन है, जो भारत सरकारके रक्षा मंत्रालय विभाग के तहत काम करता है।
जब भारत आज़ाद हुआ 1947 में 1 8 आयुध निर्माणी फ़ैक्टरियाँ थी अभी इनकी कुल संख्या 42 है जिसका अर्थ ये है की हमने आजादी के बाद 24 नई आयुध निर्माणीयों का निर्माण किया है जिसमे से ज्यादा तर फ़ैक्टरिया ब्रिटिश इंडिया के समय की है या तो उन्ही को अपग्रेड किया गया है, जिसमे नालंदा की फैक्ट्री अभी निर्माराधीन है
Ordnance Factory Board (OFB) संसार की सबसे बड़ी Production Factory Group है, जो किसी देश की सरकार द्वारा चलायी जाती है इस समय लगभग 164,000 कर्मचारी Ordnance Factory में काम करते है , फिर भी हमें अपने आवश्कताओं का 80% हथियार import करना पड़ता है
Ordnance Factory Board (OFB) को Fourth Arm of Defence और Force Behind the Armed Forces भी कहते है , यह संसार के50 बड़े डिफेन्स प्रोडक्ट आर्म ग्रुप में आता है
2015 – 2016 में भारतीय Ordnance Factory ने कुल लगभग $3 billion (₹19982.71 crores) का हथियार बेचा था , 1 8 मार्च को भारत में आर्डिनेंस फैक्ट्री Day के रूप में मनाया जाता है
भारतीय आयुध निर्माणी सेवा के अधकारियों की नियुक्ति UPSC के द्वारा होती है Group A के अधिकारीयों की नियुक्ति भारत के राष्ट्पति के द्वारा होती है
प्रत्येक Ordnance Factory का हेड General Manager (GM ) होता है जो भारत सरकार के Additional Secretary रैंक का अफसर होता है
भारत में कुल ४२ Ordnance Factory कार्यरत है जिनकी लिस्ट नीचे है
- Vehicle Factory Jabalpur (VFJ)
- Small Arms Factory, Kanpur (SAF)
- Rifle Factory Ishapore, Kolkata (RFI)
- Ordnance Parachute Factory, Kanpur (OPF)
- Ordnance Factory Varangaon (OFV)
- Ordnance Factory Tiruchirappalli (OFT)
- Ordnance Factory Project Nalanda (OFN)
- Ordnance Factory Project Medak (OFPM)
- Ordnance Factory Project Korwa (OFPKR)
- Ordnance Factory Muradnagar (OFM)
- Ordnance Factory Khamaria, Jabalpur (OFK)
- Ordnance Factory Katni (OFKAT)
- Ordnance Factory Kanpur (OFC)
- Ordnance factory Jamshedpur
- Ordnance Factory Itarsi (OFI)
- Ordnance Factory Dumdum, Kolkata (OFDC)
- Ordnance Factory Dehu Road, Pune (OFDR)
- Ordnance Factory Dehradun (OFDUN)
- Ordnance Factory Chandrapur (OFCH)
- Ordnance Factory Bolangir (OFBOL)
- Ordnance Factory Bhusawal (OFBH)
- Ordnance Factory Bhandara (OFBA)
- Ordnance Factory Ambernath, Mumbai (OFA)
- Ordnance Factory Ambajhari, Nagpur (OFAJ)
- Ordnance Equipment Factory Kanpur (OEFC)
- Ordnance Equipment Factory Hazratpur, Firozabad (OEFHZ)
- Ordnance Clothing Factory Shahjahanpur (OCFS)
- Ordnance Clothing Factory Avadi, Chennai (OCFAV)
- Ordnance Cable Factory Chandigarh (OCFC)
- Opto Electronics Factory, Dehradun (OLF)
- Metal and Steel Factory, Kolkata (MSF)
- Machine Tool Prototype Factory, Mumbai (MPF)
- High Explosives Factory, Pune (HEF)
- Heavy Vehicles Factory, Chennai (HVF)
- Heavy Alloy Penetrator Project Tiruchirappalli (HAPP)
- Gun Carriage Factory Jabalpur (GCF)
- Gun and Shell Factory, Kolkata(GSF)
- Grey Iron Foundry, Jabalpur (GIF)
- Field Gun Factory, Kanpur (FGK)
- Engine Factory Avadi, Chennai (EFA)
- Cordite Factory Aruvankadu (CFA)
- Ammunition Factory Khadki, Pune (AFK)
Ordnance Factory में विभिन्न छोटे हथियारों से लेकर मिसाइल, रॉकेट, बम, ग्रेनेड, सैन्य वाहन, बख़्तरबंद वाहन, रसायन, ऑप्टिकल उपकरणों, पैराशूट, मोर्टारों, तोपखाने के टुकड़े, सभी संबद्ध गोला बारूद, प्रणोदक, विस्फोटक और फ्यूज का निर्माण होता है
उच्च कुशल जनशक्ति, नवीनतम तकनीकों और विशाल निवेश के बावजूद, आयुध निर्माणी और उनके प्रबंधन को अक्सर अपनी अक्षमता के लिए आलोचना की जाती है, आपूर्ति में देरी, बहुत अधिक अप्रचलित और घटिया उत्पादों और एक छोटे से वॉल्यूम सहित सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार व्यापत है , संबंधित लोगों की निर्णय लेने और जवाबदेही की कमी को अक्सर दोषी ठहराया जाता है। यहाँ तक खुद इंडियन आर्मी भी इनके प्रोडक्ट को खरीदना नहीं चाहती है
भ्रष्टाचार की समस्या से निजात पाने के लिए इसके निजीकरण करने के लिए वार्ता आयोजित की गई। रक्षा मंत्रालय ने हमेशा ऐसी संभावनाओं को खारिज कर दिया है क्योंकि आयुध कारखाने भारतीय सशस्त्र बलों की रीढ़ हैं और केवल भारत सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाना चाहिए।
Ordnance Factory में निर्मित हथियार और गोला–बारूद, हथियार के पुर्जों, रसायनों और विस्फोटक, पैराशूट, चमड़े और कपड़ों की वस्तुएं दुनियाभर में 30 से अधिक देशों में निर्यात की जाती हैं। जिसमे थाईलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, वियतनाम, नेपाल, सिंगापुर, जर्मनी, बेल्जियम, साइप्रस, ग्रीस, तुर्की, रूस, स्वीडन, फ्रांस, स्विटजरलैंड, यूके, ओमान, मिस्र, इज़राइल, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, बोत्सवाना, नाइजीरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ब्राजील, चिली और सूरीनाम प्रमुख है
Ordnance Factory के सबसे बड़े खरीदार Indian Army, Indian Navy and the Indian Air Force और Central Armed Police Forces, State Armed Police Forces, Paramilitary Forces of India और Special Forces of India है
भारत में शास्त्रो को खरीदने के लिए नागरिकों को हथियार लाइसेंस की आवश्यकता है। भारतीय आयुध कारखानों बोर्ड के निम्नलिखित उत्पाद आम नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं:
शस्त्र
- IOF .22 revolver
- IOF .32 revolver (7.65 mm X 23)
- IOF .32 revolver Nirbheek
- IOF .32 Pistol Ashani
- IOF .22 Sporting Rifle
- IOF .315 Sporting Rifle
- IOF .30-06 Sporting Rifle
गोलाबारूद
- Cartridge Rimfire .22″ Ball
- Cartridge SA .32″ Revolver
- Cartridge SA .315″ and 30 06 Ball
- Cartridge SA 12 Bore 70mm
- Cartridge SA 12 Bore 65mm Special