भारत सरकार ने लड़कियों को सशक्त और शिक्षित बनाने के लिए कई प्रयास किये है और इन प्रयासों ने अपना रंग भी दिखाया है। कई प्रदेशों में लिंगानुपात में कमी आयी है। बालिकाएं पढ़ रही है। सरकार द्वारा चलायी गयी ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पहल के तहत देश की बालिकाओं को सशक्त और समृद्धि बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में सरकार ने लड़कियों की पढ़ाई और उनके विवाह में होने वाले खर्च के लिए एक योजना की शुरुआत की है जिसका नाम है ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ , आइये इस योजना के बारें में विस्तार से जानते है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के अंतर्गत सुकन्या समृद्धि योजना की घोषणा 2 दिसंबर 2014 को हुई थी। इस योजना में निर्धारित किया गया है कि किसी भी लड़की के जन्म लेने पर उसके जन्म से लेकर 10 साल की उम्र की आयु में उसका एक बैंक अकाउंट खोला जायेगा। इस अकाउंट को खोलने का मकसद बालिकाओं को आर्थिक रूप से समृद्धि बनाना है ताकि वे अपने माँ-बाप पर बोझ न बन सके।
सुकन्या समृद्धि योजना में होने वाला काम
इस योजना में कहा गया है कि जब तक बच्ची 10 साल से ऊपर की नहीं हो जाती है तब तक उसके बैंक अकाउंट का हिसाब-किताब उसके कानूनी अभिभावक और माँ-बाप कर सकते है। इस अकाउंट में जमा कराने की न्यूनतम राशि 250 रूपये है। आपको बता दें कि इस योजना के अनुसार जब लड़की बालिग़ हो जायेगी यानि कि 18 वर्ष की हो जाएगी तो वह अपनी पढ़ाई के लिए अकाउंट से पैसे निकाल सकती है। इसके अलावा 21 वर्ष यानि की शादी की उम्र होने पर भी वह सुकन्या अकाउंट से पैसे निकाल सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना में कैसे खोले अपना बैंक अकाउंट
आप सुकन्या समृद्धि बैंक अकाउंट अपन नजदीकी किसी भी पोस्ट ऑफिस में या बैंक में खोल सकते है।
इस योजना के तहत एक लड़की के नाम पर मात्र एक ही बैंक अकाउंट हो सकता है।
कन्या के माता-पिता या अन्य कानूनी अभिभावक योजना के तहत दो अकाउंट खोल सकते है।
अगर माता-पिता की पहली संतान कन्या है और दूसरी संतान दो जुड़वाँ कन्याएं है तो तब इस स्थिति में वह तीसरा अकाउंट खोल सकते है। हालांकि इस स्थिति में माता-पिता को मेडिकल प्रमाण पत्र देना होगा।
अगर दूसरी संतान जुड़वाँ नहीं है और तीसरी संतान कन्या है तो इस स्थिति में तीसरी कन्या का बैंक अकाउंट नहीं खुल सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में बैंक अकाउंट खोलने के लिए जरूरी कागजात
सबसे पहले कन्या के जन्म प्रमाण पत्र की जरुरत होगी।
सुकन्या समृद्धि योजना के बैंक अकाउंट में पैसा जमा करने के लिए परिचय पत्र
जमा करने वाले व्यक्ति का एड्रेस प्रूफ होना चाहिए तभी वह सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ ले सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
इस योजना के तहत बैक अकाउंट में जमा हुए पैसे कन्या के 18 साल या 21 साल पूरे होने पर उसे मिल जायेंगे।
इस योजना के तहत बैंक अकाउंट में जमा हुए पैसे पर 9.2% का ब्याज मिलेगा।
18 साल पूरा होने पर कन्या पढ़ाई के लिए और 21 साल होने पर विवाह के लिए पैसे निकाल सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत कन्या के पास अपनी एक अलग से पासबुक होगी, जिसमे जमा किये पैसे और निकाले गए पैसे का पूरा हिसाब-किताब होगा।
सुकन्या समृद्धि योजना की मुख्य बातें
योजना के तहत अकाउंट के परिपक्व होने पर कन्या को 6 लाख 7 हजार 1 सौ 28 रूपये मिलेंगे।
इस खाते को शुरू करने से लेकर 14 वर्ष तक पैसे जमा किये जा सकते है।
इस बैंक अकाउंट में हर साल आप 1000 से लेकर डेढ़ लाख रुपये जमा किये जा सकते है। इसका मतलब यह हुआ कि आप 21 लाख रूपये 14 साल के बाद पा सकते है। न्यूनतम जमा राशि 250 रूपये है।
कन्या की उम्र 18 वर्ष होने पर उसके बैंक अकाउंट से आधी धनराशि उसकी पढ़ाई के लिए निकाली जा सकती है।
सबसे जरूरी बात जब तक कन्या 18 साल की नही हो जाती या उसकी सहमति के बिना पैसे को नहीं निकाला जा सकता है।
इस योजना के अनुसार अगर बेटी की मृत्यु हो जाती है तो तब बैंक अकाउंट को बंद कर दिया जायेगा और सभी रूपये बेटी के पालनहार या माता-पिता को दे दिए जायेंगे।
सुकन्या समृद्धि योजना में बैंक अकाउंट कैसे खोलें
इसके लिए आपको नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाना होगा। वहां पर आपको एक सुकन्या समृद्धि खाता खोलने का फ़ार्म मिलेगा।
इस फार्म में पूछी गयी सारी जानकारी आपको सावधानी पूर्वक भरनी होगी।
फार्म पर कन्या की फोटो लगानी होगी और आधार कार्ड की फोटो कॉपी भी जमा करनी होगी।
फ़ार्म भर जाने के बाद आपको एक पासबुक मिलेगी। जब तक यह स्कीम पूरी नहीं हो जाती तब तक आपको इस पासबुक को संभाल कर रखना होगा।