आखिर किस वजह से पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने दहेज में मांगा था पाकिस्तान?

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आखिर किस वजह से पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने दहेज में मांगा था पाकिस्तान?

इस पोस्ट में मैं आपको पूर्व पीएम अटल जी के जीवन से जुड़े कुछ रोजक तथ्य के बारें में बताने जा रहीं हूं, जो कि इस प्रकार हैं-

आखिर क्यों पूर्व पीएम अटल ने पाकिस्तान को दहेज में मांगा था?

अब आपको एक ऐसी घटने के बारें बताने जा रहीं हूं, जिसके बारे में आप शायद पहले नहीं जानते होंगे। जी हां, यह हास्यप्रद किस्सा कुछ इस प्रकार है-

यह किस्सा साल 1999 का है, जब अटल बिहारी वाजपेयी भारत के प्रधानमंत्री पद पर कार्यरत थे। उस दौरान भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के बीच समझौते के साथ एक खास बस सेवा की शुरूआत की गयी थी, जिसको अमृतसर-लाहौर बस के नाम से जाना जाता है। उस बस का उद्घाटन स्वयं अटल ने किया था। इतना ही नहीं,उन्होंने उस बस से लाहौर तक की यात्रा भी तय की थी। उस दौरान लाहौर के लोगों ने अटल जी का अद्भुत और शानदार स्वागत किया था।

उस मौके पर अटल जी ने लाहौर के गर्वनर हाउस में अपना भाषण भी दिया था, जहां पर अटल जी ने दहेज में पाकिस्तान लेने की बात कही थी।

दरअसल, भाषण समारोह के दौरान गर्वनर हाउस में बहुत से पत्रकार मौजूद थे, जिनमें से एक महिला पत्रकार ने भरी सभा में अटल जी से पूछा था कि “वह अभी तक कवारे क्यों है? ” जिसके बाद वह कहती हैं कि “मैं अटल जी से शादी करना चाहती हूं, लेकिन आपको (अटल जी) मुंह दिखाई पर मुझे कश्मीर देना होगा।”

महिला रिपोर्टर के इस विचित्र सवाल पर मुस्कुराते हुए अटल जी ने कहा कि “मैं शादी करने के लिए तैयार हूं, लेकिन एक शर्त है कि मुझे दहेज में पाकिस्तान चाहिए।” आपको बता दें कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का यह उत्तर सुनकर हॉल में  ठहाकों की आवाज गूंजने लगी।

 

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म और उनकी शिक्षा

25 दिसंबर 1925 में जन्में देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे, जिनका जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वह भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री बने। ऐसा सिर्फ एक बार नहीं बल्कि दो बार हुआ,जब उन्होंने पीएम का पदभार संभाला था। पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद वह पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो लगातार दो बार प्रधानमंत्री बने।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उनके पिता श्री कृष्ण बिहारी वाजपेयी एक अध्यापक थे। अटल जी की शुरूआती शिक्षा की बात करें, तो उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया [ अब लक्ष्मीबाई ] कॉलेज और कानपुर के डीएवी कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की थी। उन्होंने राजनीतिक विज्ञान में अपने बी.ए. की पढ़ाई पूरी की थी।

 

अटल बिहारी वाजपेयी की मृत्यु कब हुई?

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अटल जी का निधन 16 अगस्त साल 2018 में हुआ है। खबरों की माने तो अटल जी की मृत्यु का कारण किडनी में इनफेक्शन था, जिसके चलते उन्होंने एम्स अस्पताल में अपना दम तोड़ दिय था।

 

अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लिखी गयी पुस्तकें और कविताएं

अटल जी एक कवि, पत्रकार और प्रखर वक्ता थे। उन्हें कविताएं लिखने और बोलने का काफी शौक था। इसके अलावा उन्होने कुछ पुस्तकें भी लिखीं हैं, जो कि इस प्रकार हैं-

 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुस्तकों के नाम-

  • राष्ट्रीय एकीकरण – 1961

 

  • Dynamics of an Open Society – 1977

 

  • असम समस्या: दमन समाधान नहीं – 1981

 

  • Kucha Lekha, Kucha Bhashana – 1996

 

  • सेकीयुलरवाडा: भारतीय परिकल्पाना (डॉ राजेंद्र प्रसाद स्मारक व्याखनमाला) – 1996

 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविताएं इस प्रकार हैं-

 

  • मेरी इक्यावन कविताएँ- 1959

 

  • Sreshtha Kabita – 1997

 

  • क्या खोया क्या पाया: अटल बिहारी वाजपेयी, व्यक्तित्व और कविताएं – 1999

 

उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह पोस्ट जरूर पसंद आया होगा। हमें कमेंट करके जरूर बताएं साथ ही अगर आपके पास इस प्रकार के अनुसुने किस्से हैं, तो कमेंट करके हमें जरूर बताएं।

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