औरंगजेब भारत पर राज करने वाला छठा मुग़ल शासक था। भारतीय उपमहद्वीप पर आधी सदी से भी ज्यादा समय तक राज किया वो अकबर के बाद सबसे ज्यादा समय तक राज करने वाला शासक था अपने जीवन काल में उसने मुग़ल साम्राज्य को साढ़े बारह लाख बर्ग मिल में फैलाया और 15 करोड़ लोगो पर शासन किया। औरंगजेब गैर मुस्लिम जनता पर शरीयत लागू करने वाला पहला मुग़ल बादशाह था। उसके शासन काल के दौरान हिन्दू धार्मिक जगहों को बर्बाद किया गया और सिखों के गुरु तेज बहादुर को मृत्युदण्ड दिया गया।
औरंगजेब की क्रूरता
औरंगजेब का जन्म 26 फ़रवरी 1628 को गुजरात के दाहोद गांव में हुआ था। वो शाहजहाँ और मुमताज महल के तीसरे बेटे थे।1628 ईस्वी में ही शाहजहाँ ने लिखित तौर पर ऐ बता दिया था की औरंगजेब ही मुग़ल वंश का वारिस होगा।कुछ इतिहास कारको का कहना है की जब शाहजहाँ बूढ़े हो गए थे और बीमार रहने लगे थे तो औरंगजेब ने उन्हें कैद में दाल दिया था और मुग़ल साम्राज्य का एकछत्र सम्राट बन गया और पुरे भारत पर हुकूमत करने लगा।
मुग़ल साम्राज्य ने जो समृद्धि प्रदान की थी औरंगजेब ने उसे बढ़ाया तो जरूर पर अपने कट्टरपन और पिता और भाईओं के प्रति अत्याचार के कारण उन्हें देश की जनता के बिरोध का सामना करना पड़ा।उसने मुग़ल साम्राज्य के विस्तार के लिए अनेको लड़ाईया लड़ी और 48 सालो तक अपना शासन स्थापित रखा।
पश्चिम में सिखों की संख्या और शक्ति में बढ़ोतरी होने लगा इसी बीच शिवाजी की मराठा सेना ने औरंगजेब के नाक में दम कर रखा था लेकिन अपनी कूटनीति से औरंगजेब ने शिवाजी को गिरफ्तार कर लिया लेकिन किसी तरह शिवाजी और सम्भाजी जी भाग निकल आये आखिर में शिवाजी महाराज ने औरंगजेब को हराया और भारत में मराठो ने पुरे देश में अपनी ताकत बढ़ाई।
औरंगजेबाचा मृत्यू
जब औरंगजेब युद्ध कर रहा था तभी एक लड़ाकू हाथी ने उसके शरीर पर प्रहार किया जिससे वो घायल हो गए फिर भी हार नहीं मानी और युद्ध लड़ता रहा और लड़ते लड़ते मौत को गले लगा लिया इस तरफ मुग़ल वंश के एक निडर राजा का अंत हो गया। 50 वर्षो तक शासन करने के बाद उसकी मौत दक्षिण के अहमदनगर में 3 मार्च 1707 में हो गया और दौलताबाद में स्थित फ़कीर बुरुहानुद्दीन की क़ब्र के अहाते में उसे दफ़न कर दिया गया और उनकी मौत के 15 – 16 वर्षो के बाद हीं मुग़ल साम्राज्य का अंत हो गया।
औरंगज़ेब जीवनसाथी
औरंगजेब अपनी शक्ती से पूरे भारत को अपने बस में करने की कोशिस किया था पर उस समय उसे अंग्रेजो की शातिर कूटनीति का सामना करना पड़ा क्योकि उस समय भारत में धीरे धीरे ब्रिटिश हुकूमत अपना पैर पसार रही थी।1678 में औरंगजेब ने अपनी पत्नी रबिया दुरानी की याद में बीबी का मकबरा बनाया था और उसने दिल्ली के लाल किले में मोती मस्जिद बनवाया था । लाहौर का बादसाही मस्जिद भी औरंगजेब ने ही बनवाया था। औरंगजेब इतिहास के उन राजाओ में शामिल था जिसकी नीति बहुत सख्त थी उसके नीति ने इतने विरोधी पैदा कर दिए की मुग़ल साम्राज्य का अंत हो गया।