मुंबई ब्लास्ट केआरोपी याकूब मेमन को फांसी की सजा जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच ने ही सुनाई थी। याकूब के मामले में आजाद भारत में पहली बार सुप्रीम कोर्ट में रात को ३ बजे तक सुनवाई चली थी।, देश का सबसे बड़ा मुद्दा अयोध्या का समाधान भी जस्टिस दीपक मिश्रा को ही करना है , इन्ही की अगुवाई में स्पेशल बेंच बनाई गई है जो अयोध्या मामले की सुनवाई करेगी।
आपको ये जानकार आश्चर्य होगा कि हमारे संविधान में धारा ३५A का कोई भी उल्लेख नहीं है लेकिन 14 मई सन 1954 को राष्ट्रपति के आदेश पर इसे भारतीय संविधान में शामिल किया गया. यह धारा जम्मू-कश्मीर की विधानसभा को यह अधिकार देता है कि वह किसी को भी स्थायी नागरिक घोषित करें.
भारत में सम्राट अशोक द्वारा बनवाये गए स्तम्भ
अशोक स्तम्भ सारनाथ
अशोक स्तम्भ लुम्बिनी
अशोक स्तम्भ वैशाली
अशोक स्तम्भ इलाहाबाद
अशोक स्तम्भ चेन्नई
अशोक स्तम्भ...
गोरखपुर का BRD मेडिकल कॉलेज जिस बाबा राघवदास जी के नाम पर पड़ा जो आज कल सुर्ख़ियों में है, बाबा राघवदास पूर्वांचल का गाँधी भी कहते है , हम आप को बाबा राघवदास जी के जीवन से जुडी कुछ रोचक तथ्य बताते है
हमारे भारतीय संविधान में एक विशेष प्रकार के अनुच्छेद का उल्लेख मिलता है जिसमे ये निर्दिष्ट किया गया है कि सम्पूर्ण भारतवर्ष के अन्य राज्यों की तुलना में जम्मू एवं कश्मीर राज्य को विशेष अधिकार अथवा विशेष दर्जा हासिल है. आजादी के बाद से ही भारतीय राजनीती में धारा ३७० एक बहुत ही विवादित मुद्दा रहा है. कई राष्ट्रवादी दलों ने इस अनुच्छेद को समाप्त करने की मांग की है क्योंकि जम्मू एवं कश्मीर में व्याप्त अलगाववाद के लिए इसी धारा को जिम्मेदार माना जाता है. इस अनुच्छेद की रचना सरदार वल्लभभाई पटेल की गैरमौजूदगी में जवाहरलाल नेहरु की विशेष सिफारिश पर की गई थी. भारत के लिए कश्मीर का मुद्दा एक बहुत ही बड़ी समस्या बनी हुई है.
प्रत्येक नागरिक सरकार को किसी ने किसी माध्यम से Tax देती है। यहां तक एक सुई से लेकर एक कार तक का टैक्स अदा करती है। सड़क पर भीख मांगने वाला भिखारी भी जब बाज़ार से जब क़ुछ खरीदता है, तो उस पर बिक्री कर, उत्पाद कर इत्यादि टैक्स देता है।इसी प्रकार देश का प्रत्येक नागरिक टैक्स अदा करता है और यही टैक्स देश के विकास और व्यवस्था की आधारशिला को निरन्तर स्थिर रखता है। इसलिए हर नागरिक को यह जानने का पूरा अधिकार है कि उसके द्वारा दिया गया पैसा कब, कहाँ, और किस प्रकार खर्च किया जा रहा है? इसके लिए यह जरूरी है कि सूचना को जनता के समक्ष रखने एवं जनता को प्राप्त करने का अधिकार प्रदान किया जाए|
बनारस यहाँ के घाटों के लिए गंगा के लिए,यहां के मन्दिरों के लिए, साड़ी के लिए, और बनारसी पान के लिए मशहूर है। लेकिन इन सबके अलावा बनारस की गलियां इस शहर को अलग बनाती हैं, हम आप को बनारस के बारे में कुछ ऐसी रोचक जानकारियां देने जा रहे है जो बनारस के रहने वाले भी नहीं जानते होंगे : जी हाँ शिवदासपुर और manduadih भी बनारस में बहुत फेमस है। ..