DOWNLOAD इन हिन्दी Book Online कामशास्त्र ज्ञान कामसूत्र कला और कामसूत्र आसन आचार्य वात्स्यायन hindi pdf with photo Free
इसमें 7 भाग है जो की साधारणम् (भूमिका), संप्रयोगिकम् (यौन मिलन), कन्यासम्प्रयुक्तकम् (पत्नीलाभ), भार्याधिकारिकम् (पत्नी से सम्पर्क), पारदारिकम् (अन्यान्य पत्नी संक्रान्त), वैशिकम् (रक्षिता) और औपनिषदिकम् (वशीकरण) है इन सबके बारे में विस्तार से बताएँगे
मत्स्य पुराण में भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार की कथा के साथ अनेक तीर्थ, व्रत, यज्ञ, दान आदि का विस्तृत वर्णन किया गया है। इसमें जल प्रलय,काशी महात्म्य,...
सत्संग संस्कृत के सत् अर्थात सत्य और संग का अर्थ संगति का अर्थ भारतीय दर्शन में है जिसको तीन तरह से समझा जा सकता है
1) "परम सत्य" की संगति,
(2) गुरु की संगति,...