इस लेख में आप जानेंगे कि कैसे हींग की खेती की जाती है? हींग के पौधे की विशेताएं क्या हैं? शुद्ध हींग की कीमत क्या है, हींग की खेती ज्यादातर कहां पर होती है, आप असली और नकली हींग की पहचान कैसे कर सकते हैं? इसके अलावा आपको यह भी बताएंगी कि आखिर हींग की गंध इतनी तेज क्यों होती है? हींग बनाने की पूरी प्रक्रिया क्या होती है?
इतना ही नहीं आपको हम बताएंगे कि आखिर हींग पौधे के किस भाग से प्राप्त होता है? हींग का उपयोग कहां और किस रूप में किया जाता है? इन सभी सवालों के जबाव आपको यहां पर जरूर दिए जाएंगे। चलिए सबसे पहले जानते हैं कि हींग की खेती किस प्रकार की जाती है?-
कैसे होती है हींग की खेती?
1. पहले हींग के बीज को ग्रीन हाऊस में 2-2 फीट की दूरी पर बोया जाता है।
2. उसके बाद जब पौधे निकल जाते है, तो उन्हें फिर 5-5 फीट की दूरी पर लगाया जाता है।
3. याद रखें जब भी आपको छिड़काव करना हो, तो पहले अपने हाथ से जमीन की नमी चेक कर लें, उसके बाद ही इन पौधों में छिड़काव करें। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अधिक पानी का छड़काव हींग की फसल को नुकसान पहुंचा सकता है।
हींग की खेती करने का उपयुक्त तापमान (Temperature)
- हींग की खेती के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस का तापमान उपयुक्त होता है।
- दूसरे शब्दों में कहें, तो इसकी खेती के लिए न ज्यादा ठण्ड और न ही ज्यादा गर्मी की आवश्यक्ता होती है
हींग के पौधे की विशेषताएं (Characteristics of Asafoetida Plant)
- हींग के पौधे की बात करें, तो इसकी लंबाई 6 से 8 फीट होती है।
- हींग का पौधा सौंफ के बड़े पौधे जैसा दिखाई देता है।
- हींग के पौधे की टहनी पर पीले रंग के फूल लगते हैं।
हींग की कीमत (Asafoetida price)
हींग की कीमत की बात करें, तो यह काफी महंगा बिकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हींग 11 हजार से 35 हजार प्रति किलोग्राम बिकता है। वहीं अगर शुद्ध हींग की बात करें, तो इसकी कीमत 35 हजार प्रति किलो है।
कहां होती है हींग की खेती ? (Where is Asafoetida cultivation?)
- भारत एक ऐसा देश है, जो कुल हींग उत्पादन का 40 % भाग प्रयोग करता है।
- हींग का पौधा शुष्क ठंडी मरु भूमि में पैदा होता है। यही वजह है कि यह ईरान, तुर्की, कजाकिस्तान, रूस, सीरिया और अफगानिस्तान जैसे ठंडे क्षेत्रों में पाया जाता है।
भारत में कहां से हुई है हींग की खेती की शुरूआत
- आपको बता दें कि भारत देश में भी हींग की खेती की शुरूआत हो चुकी है। हींग की खेती शुरू करने वाला हिमाचल पहला राज्य है।
- हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में हींग की खेती की शुरुआत हुई है।
- इसके अलावा हिमाचल के किन्नूर जिले के एक छोटे से गांव लिप्पा में भी हींग की खेती शुरू हो चुकी है। यहां पर साल 2017 में पहली बार हींग का बीज बोया गया था।
हींग की गंध क्यों होती है इतनी तेज? (Why does asafetida smell so strong?)
हींग में सल्फर (Sulphar) अधिक मात्रा में होने के कारण इसकी गंध बहुत तेज होती है और स्वाद तीखा व कटु होता है।
ऐसे करें असली/ नकली हींग की पहचान
- असली हींग का स्वाद कड़वा होता है।
- जब असली हींग को पानी में डालते है, तो वह घुल जाता है और सफेद रंग का दिखाई देता है।
- असली हींग में लहसुन जैसी खुशबू आती है।
कैसे बनाया जाता है हींग (How to make asafoetida)
हींग गाजर प्रजाति का एक छोटा सा पौधा है, जिसकी उम्र पांच साल होती है। इसके एक पौधे से औसतन आधा से एक लीटर तक हींग का दूध पैदा होता है और इसी दूध से ही हींग बनाया जाता है।
हींग पौधे के किस भाग से प्राप्त होता है? (Asafoetida is obtained from which part of the plant?)
- हींग के पेड़ की जड़ से ही हींग प्राप्त होता है।
- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसकी जड़ में चीरा लगाया जाता है, जिसके बाद उसमें से रस निकला है और फिर उस रस को सुखाकर हींग बनाया जाता है।
हींग का उपयोग (Uses of Asafoetida)
- हींग को मसाले के रूप में प्रयोग किया जाता है।
- यह एक औषधी के रूप में भी काफी इस्तेमाल होता है।
- अपच की समस्या होने पर हींग का सेवन करने से काफी राहत मिलती है।
- हींग पीरियड्स में होने वाले दर्द में काफी लाभकारी सिद्ध होता है।
- यह अस्थमा जैसे सांस संबंधी रोगों में काफी उपयोगी माना जाता है।
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