जैसे कि आप सभी जानते हैं होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतीय और नेपाली लोगों का त्यौहार है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह प्रमुखता से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक हिन्दू लोग रहते हैं वहाँ भी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। रंगों का इस त्यौहार को पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन होली का जलायी जाती है। जबकि दूसरे दिन लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाते हैं।
चलिए अब हम आपको होली से जुड़े कुछ खास और रोचक तथ्यों के बारें में बताते हैं, जो कि इस प्रकार हैं (14 Facts About Holi in Hindi)-
Fact 1- होली को प्रमुखतः धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या धूलिवंदन के नाम से भी पूकारा जाता हैं।
Fact 2– जैसा कि आपको मालूम है कि होली का त्यौहार फाल्गुन माह में मनाया जाते है। यही कारण है कि इसे फाल्गुनी भी कहते हैं।
Fact 3– भारतीय पंचांग और ज्योतिष के अनुसार फाल्गुन माह की पूर्णिमा यानी होली के अगले दिन से चैत्र शुदी प्रतिपदा की शुरुआत होती है और इसी दिन से नववर्ष का भी आरंभ माना जाता है। इसलिए होली पर्व नवसंवत और नववर्ष के आरंभ का प्रतीक है।
Fact 4– होलिकोत्सव केवल हिंदू ही नहीं मुसलमान भी मनाते हैं, जिसका उल्लेख भारत के अनेक मुस्लिम कवियों ने अपनी रचनाओं में किया है।
Fact 5– हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसाल होली नाम “होलिका” से आया है, जो कि दानव राजा “हिरण्यकश्यप” की बहन थी।
Fact 6– भारत में व्रज, मथुरा, वृन्दावन और बरसाने की लट्ठमार होली व श्रीनाथजी, काशी आदि की होली बहुत ही प्रसिद्ध है।
Fact 7– होली का त्यौहार भारत के ब्राग क्षेत्र जहां पर कृष्ण का जन्म हुआ था, वहां पर कम से कम 16 दिनों तक मनाया जाता है।
Fact 8– मॉरीशस, फिजी, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, पाकिस्तान और फिलीपींस में भी होली का त्यौहार मनाया जाता है।
Fact 9– शास्त्रीय संगीत का होली से गहरा संबंध है। हालांकि ध्रुपद, धमार और ठुमरी के बिना आज भी होली अधूरी है। वहीं राजस्थान के अजमेर शहर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर गाई जाने वाली होली के गानों का रंग ही अलग है।
Fact 10– प्राचीन काल में होली के दिन यानि फाल्गुन की पूर्णिमा को महिलाओं द्वारा परिवार की सुख समृद्धि के लिए पूर्णिमा के चांद की पूजा करने की परंपरा थी। वैदिक काल में इस दिन नवात्रैष्टि यज्ञ किया जाता था इसे वसंतोत्सव के रूप में काफी हर्ष उल्लास और नए अन्न के साथ मनाया जाता था।
Fact 11– होली का त्योहार प्रहलाद, हिरणाकश्यप व होलिका की धार्मिक कहानी से जुड़ी हुई है। माना जाता है कि प्राचीन काल में हिरण्यकशिपु नाम का एक अत्यंत बलशाली असुर था। अपने बल के दम पर वह स्वयं को ही ईश्वर मानने लगा था। उसने अपने राज्य में ईश्वर का नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी।
जबकि हिरण्यकशिपु का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था। प्रह्लाद की ईश्वर भक्ति से क्रुद्ध होकर हिरण्यकशिपु ने उसे अनेक कठोर दंड दिए, परंतु उसने ईश्वर की भक्ति का मार्ग नहीं छोड़ा।
हिरण्यकशिपु की बहन होलिका को वरदान प्राप्त था कि वह आग में भस्म नहीं हो सकती है। हिरण्यकशिपु ने आदेश दिया कि होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे। आग में बैठने पर होलिका तो जल गई, पर प्रह्लाद बच गया। जिसके चलते ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है।
Fact 12– प्रह्लाद की कथा के अतिरिक्त होली का पर्व राक्षसी ढुंढी, राधा कृष्ण के रास और कामदेव के पुनर्जन्म से भी जुड़ा हुआ है।
Fact 13– कुछ लोगों का यह भी मानना है कि भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन पूतना नामक राक्षसी का वध किया था। इसी खु़शी में गोपियों और ग्वालों ने रासलीला की और रंग खेला था।
Fact 14– होली के अवसर पर लोग स्वादिष्ट पकवान बनाते हैं, जिसमें गुझिया, मालपुआ, दही-बड़ा खास व्यंजन है।
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