नई दिल्ली। हर साल 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। बहुत पहले से ही गुरु को ब्रह्मा, विष्णु और महेश कहा जाता है। बच्चों को जिंदगी की पहली सीख देने के लिए माता-पिता होते है और उसके बाद शिक्षक ही उसे समाज में खड़े होने लायक बनाते है ।एक शिक्षक का किसी भी छात्र के जीवन में खास महत्व होता है।शिक्षक दिवस के दिन छात्र अपने गुरु के प्रति आभार व्यक्त करते और और उन्हें तहे दिल से शुक्रिया करते है। चाहे वह कोई गिफ्ट हो या फिर उनकी कोई पसंद की चीज। यह दिन शिक्षकों के लिए समर्पित होता है। इस दिन स्कूल में कई कार्यक्रम होते हैं। बच्चे अपने शिक्षकों के लिए मनोरंजन का गुलदस्ता परोसते है और उन्हें खुश करते है।
हालांकि कोरोना काल में इस बार यह दिवस भी फीका है और लोग इसे ऑनलाइन ही सेलिब्रेट कर रहे है। चाहे टीचर को डिजिटल तौर पर विश करना हो या उनके पसंद का उपहार उन्हें भेजना हो सबके लिए लोग डिजिटल दुनिया का सहारा ले रहे है और अपने टीचर तक संदेश जरुर पहुंचा रहे है। यह बात सच है कि जीवन में गुरु का स्थान कोई और नहीं ले सकता।
तो आईए जानते है कि आखिर हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है और इसे मनाने की वजह क्या है।
भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (5 सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को 1962 से शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने अपने छात्रों से जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा जताई थी। दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। देश के पहले उप-राष्ट्रपति डॉ राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वे बचपन से ही किताबें पढ़ने के शौकीन थे और स्वामी विवेकानंद से काफी प्रभावित थे। राधाकृष्णन का निधन चेन्नई में 17 अप्रैल 1975 को हुआ था। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के ज्ञानी,एक महान शिक्षाविद,महान दार्शनिक,महान वक्ता होने के साथ ही विज्ञानी हिन्दू विचारक भी थे। राधाकृष्णन ने अपने जीवन के 40 वर्ष एक शिक्षक के रूप में बिताया।
जब डॉ. एस राधाकृष्णन भारत के राष्ट्रपति बने तो उनके कुछ छात्र व मित्र उनके पास पहुंचे और उनसे अनुरोध किया कि वे उन्हें अपना जन्मदिन मनाने की अनुमति दें। उन्होंने उत्तर दिया कि मेरे जन्मदिन को अलग से मनाने के बजाय इस 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए गौरवपूर्ण सौभाग्य होगा। तब से उनकी जयंती यानी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा।
जानिए अलग-अलग देशों में किस दिन मनाया जाता है शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस को चीन से लेकर, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अल्बानिया, इंडोनेशिया, ईरान, मलेशिया, ब्राजील और पाकिस्तान तक मनाया जाता हैं। हालांकि हर देश में इस दिवस को मनाने की तारीख अलग-अलग है। जैसे कि- चीन में 10 सितंबर तो अमेरिका में छह मई, ऑस्ट्रेलिया में अक्तूबर के अंतिम शुक्रवार, ब्राजील में 15 अक्तूबर और पाकिस्तान में पांच अक्तूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
भारत में आज का दिन यानि 5 सितम्बर शिक्षकों के लिए समर्पित है और लोग इसे उत्साह के साथ मनाते है। तो फिर इस मौके पर आप भी अपने शिक्षकों का सम्मान करें और उन्हें उनकी पसंदीदा उपहार दें।