प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर जाॅब इन्टरव्यू तक सभी को परीक्षा का भय सताता रहता है। प्रत्येक छात्र इस भय को जीत कर उत्तम अंको से उत्तीर्ण होकर कामयाब होना चाहता है। अनेकों साधनों से वर्षभर की हुई पढ़ाई को एक दिन में किसी विषय विशेषज्ञ द्वारा परखा जाना तथा उसी पर भविष्य निर्भर होना कोई आसान काम नहीं है। सामान्य परीक्षा तथा बोर्ड की महाडरावनी परीक्षा के भय से आज बच्चों सहित युवा भी अवसाद में रहते है। इस लेख में प्रतियोगी तथा अन्य परीक्षाओं से सम्बन्धित टिप्स के माध्यम से आप जानेगें इम्तिहान की कठिन घड़ी को, कैसे पूरी तैयारी से संतुलित होकर अच्छे अंक प्राप्त कर, पार किया जा सकता है।
समय सारणी बनाऐंः
परीक्षा प्रारम्भ होने के कम से कम 20 दिन पहले आपको इस प्रकार समय सारणी टाइम टेबल बनानी चाहिए जिससे आप सभी विषयों को समय दे सकें तथा उन टाॅपिक की विशेष तैयारी कर सकें जिनमें आप कमजोर है। टाइम टेबल बनाने से, अधिक पुस्तकें और लम्बे सिलेबस देखकर भी आपको यह कन्फ्युजन नहीं रहेगा कि किस विषय को कब पढना चाहिये। पढ़ाई के साथ ही अपनी समय सारणी में तनाव दूर करने हेतु अतिरिक्त कार्यों को भी समय दें।
योगा और प्राणायामः
बौर्ड परीक्षा से पहले के भय से ना केवल अवसाद और निराशा पैदा करता है, यह आपकी सेहत पर भी नकारात्मक असर डालता है। इसके लिए आवश्यक है कि योगा एवं प्राणायाम के द्वारा अपने को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखा जाए। ये क्रियाएं मानसिक तनाव से मुक्त करने के साथ साथ सकारात्मक उर्जा भी प्रदान करती है।
गेजेट्स से दूरीः
वर्तमान समय में छात्रों का कीमती समय बर्बाद करने में सबसे अधिक योगदान मोबाइल फोन का होता है इसलिए यह आवश्यक है कि अपने फोन से आवश्यक दूरी बनाये रखे। परीक्षा समाप्ति तक सभी प्रकार के गेम्स को फोन से हटा दें तथा मोबाइल का उतना ही उपयोग करें जितना आवश्यक हो।
पूरे ज्ञान हेतु मदद लेंः
परीक्षा प्रारम्भ होने से 2 सप्ताह पहले ही आपको दोहरान कार्य प्रारम्भ कर देना चाहिए। जिन विषयों में दिक्कत होती है उसका समाधान अपने शिक्षक या सलाहकार से अवश्य करना चाहिए। नोट्स और मुख्य पाठ्यक्रम के साथ साथ पुराने पेपर्स को भी सोल्व करते रहें जिससे सफलता प्राप्त करने का आत्मविश्वास पैदा होगा।
समुह शिक्षा ग्रुप स्टडीः
हालांकि यह कहना मुश्किल है कि अकेले पढ़ने से ज्यादा फायदा होता है या ग्रुप में पढ़ने से परन्तु ग्रुप स्टडी में आपको अपने डाउट्स अच्छी तरह से और शीघ्रता से दूर कर सकते हैं। आपको यह भी आभास होता रहता है कि कहीं कुछ महत्वपूर्ण टाॅपिक छूट तो नहीं गया है या आप सिलेबस से बाहर की टाॅपिक्स पढ़कर अपना समय बर्बाद तो नहीं कर रहे है।
लेखन पद्धतिः
समय का ध्यान रखते हुए अपनी हैण्ड राइटिंग को यथासम्भव सुन्दर रखने का प्रयास करें। एकदम से नए पेन का प्रयोग करने से बचें क्योंकि कई बार पेन पर हाथों की ग्रिप अच्छे से नहीं बन पाती तथा हैण्ड राइटिंग बिगड़ने की आशंका भी रहती है।
सकारात्मक सोच, संतुलित आहार एवं व्यवहारः
परीक्षा के दिन बिल्कुल सकारात्मक एवं संयमित रहें। किसी तरह की घबराहट नहीं रखें। भूखे ना रहें तथा बहुत अधिक भोजन करने से बचें। आवश्यक सामग्री जैसे पेन, पेन्सिल, एडमिट कार्ड अपने साथ रखें। परीक्षा प्रारम्भ होने से 8 घण्टे पहले किताब को छोड़ दें तथा तनावमुक्त होकर सकारात्मक सोच के साथ सफल होने के लिए शांत चित्त से परीक्षा दें।
10वीं बोर्ड परीक्षा हो, 12वीं की चाहे हो कोई प्रतियोगी परीक्षा उपर लिखे टिप्स आपको हर तरह से मजबूत करेगें तथा सफलता के आसमान को छूने में मदद करेंगें।
very nice information sir