पाद आना ना तो कोई बीमारी है ना ही किसी बीमारी का लक्षण। कुछ लोग चुपचाप पाद मारते हैं तो कुछ सबके सामने।हम सब सोचते हैं की पाद मारना गंदी बात है पर ऐसा नही है।पाद एक नेचुरल प्रक्रिया है जो सभी लोग मारते हैं चाहे पुरुष हो या महिला। हम सब सोचते हैं की लड़कियाँ पाद नही मारती,पर ऐसा नही है वो भी मारती हैं।
साइंटिस्ट्स की रिसर्च से मालूम हुआ है की लड़कियों की पाद मारने की छमता लड़कों से ज्यादा होती है।
आइये ऐसे ही कुछ रोचक तथ्यों को जानें :
1) पाद सिर्फ एक गैस से नही बनी है, ये नाइट्रोजन, ऑक्सिजन, मेथेन, कार्बन डाइऑक्साइड से मिलकर बनी एक सम्पूर्ण गैस है।
2) पाद मॆं बदबू मेथेन,कार्बन डाइऑक्साइड गैस और हाइड्रोजन सल्फाइड की अत्यधिक मात्रा की वजह से आती है।
3) आपको जानक रहैरानी होगी की पाद एक ज्वलनशील गैस है
4) किसी भी ज्वलनशील वस्तु के सामने पादा जाये तो आग लग सकती है।
5) एक व्यक्ति एक दिन मॆं तक़रीबन 15 से 25 बार पादता है।
6) कभी भी पाद को रोकना नही चाहिए क्युँकि रोकने से ये गैस शरीर के दूसरे भाग मॆं जा सकती है। इससे शरीर मॆं गैस की तकलीफ हो सकती है।
7) पाद मॆं बदबू व्यक्ति के खाने पर निर्भर करता है।ज्यादा मांसाहारी और बादी खाना जैसे मूली , सत्तू, बैंगन खाने से पाद से ज्यादा बदबू आती है।
8) पाद की अगर रफ्तार की बात करें तो करीब 12 फीट प्रति सेकेंड इसकी औसत रफ्तार होती है जोकि एक मोमबत्ती को आसानी से बुझा सकती है।
9) जो पाद अधिक मात्रा में नाइट्रोजन और कार्बनडाइऑक्साइड से मिलकर बने होते है उनमें से बदबू नही आती लेकिन ये आवाज बहुत ज्यादा करते है। पादते समय आप पिछवाड़े को जितना ज्यादा टाईट करोगे उतनी ज्यादा आवाज आएगी।
10) पाद और लैट्रिन के बीच अंतर बताने का काम आपके पिछवाड़े में मौजूद नर्व करती है, लेकिन कई बार यदि लैट्रिन बहुत पतली हो जाए तो ये नर्व कंफ्यूज हो जाती है और पाद के साथ थोड़ी सी लैट्रिन भी निकल जाती है।
11) हमारी नाक नमी मॆं सही तरीके से काम करती है इसीलिये नहाते वक्त हम पाद को अच्छे से सूंघ पाते हैं।
12) कुछ साइंटिस्ट्स का मानना है की पाद सूँघने से कैन्सर का खतरा नही होता क्युँकि इसमें मौजूद हयड्रोजन सल्फाइड कैन्सर को रोकने मॆं सक्षम है।
13) पाद ने से ब्लडप्रेशर संतुलित रहता है और मस्तिष्क मॆं ज्वर का खतरा भी नही होता है।
14) पाद का टेंपरेचर (temperature) लगभग 100 डिग्री सेल्सीयस होता है। इसीलिये पाद हमें गरम प्रतीत होता है।
15) आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन एक ब्लू व्हेल के पाद से जो बुलबुला बनता है उसमे एक घोड़ा आरम से आ सकता है।
16) अगर एक आदमी रोज़ अपनी पाद की एनर्जी को इकट्टा करे तो एक साल मॆं एक अटॉमिक बॉम्ब जितनी एनर्जी पैदा हो सकती है।
17) अंतरिक्ष मॆं अंतरिक्ष यात्री पाद नहीँ सकते क्युँकि वहाँ पर गुरुत्वाकर्षण बल नहीँ होता।
18) जानवर इंसानों से अधिक आवाज़ वाले पाद छोड़ते हैं
19) आपको जानकर हैरानी होगी की चिड़िया भी पाद मारती है।
20) पक्षी भी पाद मारते हैं पर उनके पाद मॆं बदबू नहीँ होती।
21) सबसे ज्यादा पाद मुस्लिम मारते हैं क्युँकि वो मांसाहारी भोजन ज्यादा खातेहैं।
22) एक रिसर्च के अनुसार बदबूदार पाद मॆं बगैर बदबूदार पाद से ज्यादा एनर्जी होती है।
23) हवाई जहाज मॆं लोग ज्यादा पादते है , इसीलिये अलग से डबल सेट्ट्लिन्ग फिल्टर लगाये जाते हैं, ताकि उसके असर को कम किया जा सके।
24) पाद आने का कारण :
खाना खाने के बाद हमारे शरीर मॆं स्टार्च और शुगर जमा हो जाते हैं। ये जाकर आँतों मॆं इकट्ठा हो जाते हैं,इनको तोड़ने मॆं एनर्जी निकलती है जो गैस के रूप मॆं बाहर आती है।इसी को पाद कहते हैं।किसी के शरीर मॆं पाद उसकी आँतों पर निर्भर करता है।ज्यादा पाद आना मतलब ज्यादा एनर्जी निकलना, कम पाद आना मतलब आँतों का ठीक से ना काम करना।पाद ज्यादा बादी और बींस खाने से आते हैं।
25) पाद के प्रकार:
पाद कई प्रकार के होते हैं जैसे:
बदबूदार पाद : ज्यादा बादी खाने से इस तरह का पाद आता है।कभी कभी पेट खराब की वजह से इस तरह का पाद आता है
बगैर बदबू वाला पाद : सामान्य और संतुलित आहार लेने से इस तरह का पाद आता है।इस तरह का पाद औसतन महिलाएँ ज्यादा छोड़ती है।
जोरदार आवाज़ वाला पाद: पिछवाडा बहुत टाइट करने से इस तरह का पाद आता है ।
बिना आवाज़ वाला पाद: सामान्यतः इस तरह का पाद पुरुषों की अपेक्षा महिलाएँ ज्यादा छोड़ती है क्युँकि उनकी प्रतिरोधक शक्ति ज्यादा बढ़िया होती है।
26) पाद ना आने के उपाय : ये आसान तरीके आपको रोकेंगे कही भी पादने से
पाद आना एक नेचुरल प्रक्रिया है,लेकिन अगर आपको ज्यादा पाद आता हो आप कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं जैसे:
1. नियमित व्यायाम: रोज़ व्यायाम करने से पाद कम आता
2. भरपूर नींद: कम नींद लेने से भी ज्यादा पाद आती है, इसीलिये भरपूर नींद लें।
3. बादी और मांसाहारी: इस तरह का भोजन से ज्यादा गैस बनती।इसीलिए शाकाहारी भोजन ज्यादा से ज्यादा लें ।
4. खाने के बाद तुरंत मत सो जाइये: खाने के तुरंत बाद सोने से भी ज्यादा पाद आता है ,इसीलिये खाने के बाद करीब 1 घंटे बाद सोये।
5. नाश्ता : सुबह ज़रूर नाश्ता करें इससे शरीरमॆं गैस नहीँ बनेगी और पाद भी कम आएगा।