नई दिल्ली। आधुनिक कृषि के लिए कृषि यंत्रो का होना बहुत जरूरी है। कृषि यंत्रों से जहां श्रम कम लगती है तो वहीं फसलों की पैदावार में वृद्धि होती है। लेकिन कुछ किसान आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से महंगे कृषि यंत्र नहीं खरीद पाते है। इन्हीं बिन्दुओं के मद्देनज़र देश के लघु एवं सीमांत कृषकों को आधुनिक कृषि यंत्र किराये पर उपलब्ध करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने देश में 42 हजार कस्टम हायरिंग केंद्र बनाये हैं।
‘फार्म मशीनरी बैंक’ योजना के तहत 80 प्रतिशत अनुदान देय
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत किसानों के लिए ‘फार्म मशीनरी बैंक’ योजना शुरू की गई है।
फार्म मशीनरी योजना के तहत 10 लाख रुपये तक के यंत्र रखे जा सकते हैं। इसमें 80 प्रतिशत अनुदान देय है। 20 प्रतिशत धनराशि कृषक समूह द्वारा स्वयं अथवा बैंक ऋण के माध्यम से की जा सकती है।
किराए पर कृषि उपकरण लेने के लिए मोबाइल ऐप (Mobile App for Renting Agricultural Equipment)
किसानों को आसानी से कृषि मशीनरी प्राप्त हो सके सरकार ने इसके लिए “सीएचसी-फार्म मशीनरी” मोबाइल ऐप शुरू किया है। जिससे किसानों को अपने क्षेत्र में कस्टरम हायरिंग सेवा सेंटर (CHC-Agricultural Machinery Custom Hiring Centers) के जरिए किराए पर ट्रैक्टर समेत खेती से जुड़ी सभी तरह की कृषि मशीनरी आसानी से मिल जाएगी। सरकार ने का मोबाइल ऐप का नाम CHC Farm Machinery रखा है। गूगल प्ले स्टोर पर यह ऐप हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू समेत 12 भाषाओं में उपलब्ध है।
CHC-Agricultural Machinery के लिए किसान कैसे करें आवेदन (How to apply for CHC-Agricultural Machinery)
अगर कोई किसान कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए आवेदन करना चाहता है तो वह सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर https://register.csc.gov.in/ पर आवेदन कर सकता है। इसके अलावा यूपी के किसान http://www.upagriculture.com/ पर विजिट करआवेदन कर सकते हैं।