आगरा शहर जहाँ की ताजमहल स्थित है वह हमारे भारत की राजधानी दिल्ली से केवल 200 किमी. की दूरी पर है। फतेहपुर सिकरी और आगरा का किला भी आगरा शहर में है जो की दुनिया के धरोहर स्थल में है। 11वीं शताब्दी से आगरा का इतिहास मिलता है। यहाँ पर मुस्लिम और हिन्दू दोनों ही शासकों ने अधिकार जमाया। इसी वजह से आगरा में दो प्रकार की संस्कृति का संगम देखने को मिलता है। 1526 में आगरा को मुगल बादशाह बाबर ने राजधानी बना लिया। 1658 तक आगरा मुगल साम्राज्य की राजधानी रहा। उस समय मुगल शासकों को निर्माण करने में बहुत ही इच्छा थी। यही वजह है की इस शहर में काफी उत्तम निर्माण देखे जाते हैं। अपने पूर्वजों के बनाये हुए मकबरे को और भी बेहतर करने के लिए उस समय के हर एक राजा ने विशाल मकबरे बनवाए। और इनमे से सबसे पहले तो ताजमहल का नाम आता है जिसको मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी अर्धांगिनी की याद में बनवाया था। पूरी ही दुनिया में ताजमहल प्यार की निशानी बन चुका है। आगरा किले का बादशाह अकबर ने नए सिरे से आरंभ किया और आगरा के बाहरी क्षेत्र में फतेहपुर सिकरी को बनवाया। आगरा गोल्डन ट्रेंगिल का एक भाग है जिसके अंदर जयपुर, दिल्ली और आगरा आते हैं। क्यूंकि यह दिल्ली के पास है तो इसी वजह से पयर्टक आगरा में एक दिन के लिए आना अवश्य पसंद करते हैं। ऐसा बिलकुल भी नहीं है की इस शहर में सिर्फ ताजमहल ही है। ताजमहल के आलावा यहाँ खाने पीने और घूमने के लिए भी बहुत सारी जगह हैं। आगरा में बहुत बाज़ार हैं जहाँ से आप स्थानीय शिल्प और स्मृति चिन्ह भी खरीद सकते हैं। आगरा के प्रमुख आकर्षण भवन और ऐतिहासिक स्मारक हैं। आप आगरा आकर ताजमहल तो देखेंगे ही बल्कि यमुना नदी के किनारे बने आगरा के किले और अकबर का मकबरा भी देख सकते हैं। आगरा के किले को लाल किले के नाम से भी जाना जाता है। जो किला दिल्ली में है उस से इसकी डिजाइन और वास्तुशिल्प शैली भी मिलती है, लाल रंग के साथ। दोनों ही किलों को लाल बलुआ पत्थर से ही बनाया गया था। इसी वजह से जब लोग इस किले को देखते हैं तो उन्हें दिल्ली का किला याद आता है। दीवान-ए-आम और दीवाने खास और चीनी का रोजा को घूमने पर आपको मुगल राज की बारीकियों का पता चलता है। इन सबके आलावा मरियम जमानी का मकबरा, ताज संग्राहालय, एतमादुद दौला का मकबरा, चौसठ खंभा और जसवंत की छतरी का भूम्ना भी एक अच्छा अनुभव प्रतीत हो सकता है। हमारे देश के बाकी शहरों की तरह आगरा में भी धार्मिक उदारता साफ साफ देखी जा सकती है। आगरा के जामा मस्जिद का भाग मशहूर हिंदू मंदिर बागेश्वर नाथ के साथ है। जैसे की हमारे देश के बाकी शहर भी अस्तव्यस्त हैं वैसे ही आगरा भी। अगर आप कुछ शांति का माहौल देखना चाहते हैं तो महताब बाग और सौमी बाग भी है जो बहुत ही शांत है। अस्तव्यस्त दुनिया से दूर आप यहाँ आकर ताजमहल, सूर्योदय, और सुर्यास्त का बेहद ही सुंदर नज़ारा देख सकते हैं। पयर्टकों के इलावा यहाँ पक्षी भी बहुत आते हैं, आगरा के शांत सुंदर दृश्य उन्हें अपनी ओर खींचते हैं। आगरा के सुर सरोवर और कीठम झील पर पक्षी अभयारण्य में ब्राहमनी बत्तख, साइबेरियन सारस, स्पूनबिल, गाडवॉल्स व शोवेलर्स, बार-हेडेड गीसे और सरने सारस जैसे पक्षी बहुत ही ज़्यादा मात्रा में आते हैं। आगरा में यातायात के सभी साधन उपलब्ध हैं, जैसे की – सड़क मार्ग, रेल और हवाई जिन के ज़रिये आप आसानी से आगरा शहर की यात्रा कर सकते हैं। अगर आप कभी आगरा आए तो अक्टूबर से मार्च के बीच में ही आएं क्यों की यही सबसे अच्छा मौसम माना जाता है इस शहर का।