इसे जंगली जलेबी के अलावा गंगा जलेबी, मीठी इमली, तथा किकर भी कहते हैं यह मटर के प्रजाति का होता है इसका फल सफेद और पक जाने पर लाल हो जाता है यह फल खाने में बहुत ही मीठे होते हैं तथा इसे बहुत कम लोग जानते हैं क्योंकि यह फल अधिकांश जंगल में पाया जाता है; जिसके कारण गांव देहात में रहने वाले लोग इसके बारे में जानते हैं पहले के लोग इस फल को औषधि के रूप में प्रयोग करते थे। यह फल मूलतः मेक्सिको का है और ज्यादातर दक्षिण पूर्वी एशिया में पाया जाता है तथा इसका आकार इमली की तरह होता है जंगली जलेबी का पौधा कटिले झाड़ियों के रूप में उगता है और साल भर में सिर्फ अप्रैल और मई के महीने में एक बार फल देता है यानी इसका फायदा आप साल भर नहीं उठा सकते हैं। जंगली जलेबी में आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी और प्रोटीन सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है इसमें राइबोफ्लेविन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जंगली जलेबी में बहुत सारे औषधि गुण पाए जाते हैं जो हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
6. जंगली जलेबी खाने के फायदे:
1- जंगली जलेबी में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है। विटामिन सी, एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है जो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी पावर ) को बढ़ाता है।
5. जंगल जलेबी खाने के फायदे और नुकसान
2- जंगली जलेबी में एंटी एक्सीडेंट होने के कारण यह डायबिटीज में बहुत फायदेमंद होता है जंगली जलेबी को रोज 1 महीने खा ले तो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
4. जंगली जलेबी का वैञानिक नाम
3- जंगली जलेबी के एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इफ्लेमेट्री, एंटी-डायबिटीज, कैंसर- रोधीगुण पाए जाते हैं।अगर इसका नियंत्रित रूप से सेवन किया जाए तो यह शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।
3. सपने में जंगल जलेबी देखना
4- पाचन शक्ति को बढ़ाने में जंगली जलेबी काफी मददगार है इसके सेवन से पेट की सेहत अच्छी बनी रहती हैं।
2. मानसिक तनाव में जंगली जलेबी
5- दस्त की समस्या को दूर करने के लिए जंगली जलेबीकी छाल को उबालकर पीने से दस्त जैसे रोग में आराम मिलता है जंगली जलेबी का दिन में दो तीन बार सेवन करने से आपको दस्त से छुटकारा मिल जाएगा। तथा इसके छाल को पीसकर लगाने से त्वचा से संबंधित समस्याओं से आराम मिलता है।
6- यदि किसी व्यक्ति गुर्दे के इंफेक्शन यानी किडनी इंफेक्शन की समस्या है तो उसे जंगली जलेबी का उपयोग करना चाहिए। इसके सेवन से धीरे-धीरे ही सही लेकिन फायदा मिलता है। इसके लिए आप नियमित रूप से इसका पानी भी पी सकते हैं।