बलूचिस्तान, पीओके (पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाला कश्मीर) और गिलगित-बाल्टिस्तान में लोगों पर अत्याचार करने वाला पाकिस्तान अब मानवधिकार के मुद्दे पर भारत को घेरने की तैयारी कर रहा है। जिनेवा में सोमवार से संयुक्त राष्ट्र मानवधिकार परिषद (UNHRC) का सत्र शुरू हो चुका है, जो 27 सितंबर तक चलेगा।
बलूचिस्तान, पीओके (पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाला कश्मीर) और गिलगित-बाल्टिस्तान में लोगों पर अत्याचार करने वाला पाकिस्तान अब मानवाधिकार के मुद्दे को घेरने की तैयारी कर रहा है। स्विटजरलैंड के जिनेवा में सोमवार से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) का सत्र शुरू हो चुका है, जो 27 सितंबर तक चलेगा। खबर है कि पाकिस्तान वहां जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दे को उठाने वाला है। भारत भी उसे करारा जवाब देने की पूरी तैयारी कर चुका है और भारतीय राजनयिकों के साथ मिलकर अभी से पाकिस्तानी प्रॉपेगैंडा की हवा निकालने की कवायद शुरू कर दी है।
सबसे पहले पाकिस्तानी मंत्री बयान देंगे और उसके बाद भारत के सचिव उनका जवाब देंगे, UNHRC के 42वें सेशन में होने वाली इस चर्चा में मंगलवार भारतीय समयानुसार दोपहर 3 बजे पाकिस्तानी विदेश मंत्री बोलेंगे, तो वहीं शाम 7 बजे के बाद भारत के अधिकारी जवाब देंगे।
दरअसल, पाकिस्तान ने अभी तक इस मसले को जहां भी उठाया है वहां उसे मुंह की खानी पड़ी है। फिर चाहे वो अमेरिका-रूस से लगाई गई गुहार हो या फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में हो, हर जगह अनुच्छेद 370 के मसले को भारत का आंतरिक मसला बताया है और जम्मू-कश्मीर की समस्या पर द्विपक्षीय वार्ता करने को कहा है।
अब हर जगह से मात खाने के बाद एक बार फिर पाकिस्तान UNHRC में कदम उठाने जा रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री अपना बयान देंगे। हालांकि, भारत की तरफ से मंत्री नहीं बल्कि सचिव लेवल के अधिकारी ही जवाब देंगे भारत के अधिकारी कश्मीर मसले पर पूरा डोज़ियर सौपेंगे, जिसमें पूरी स्थिति को समझाया जाएगा।