नई दिल्ली। स्टैंड-अप इंडिया स्कीम की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। इसका मकसद देश में कारोबार को बढ़ावा देना है। इस स्कीम के तहत 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन दिया जाता है। देश को मजबूत बनाने और कारोबार को बढ़ावा देने के मकसद से स्टैंड-अप इंडिया स्कीम के तहत सरकार उद्यमियों को 1 करोड़ रुपये तक का लोन दे रही है। पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिला वर्ग के उद्यमियों के लिए अपने कारोबार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का यह बेहतरीन मौका है।
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा साल 2016 में शुरू की गई इस योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और महिला वर्ग के कारोबारियों को 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन दिया जाता है। स्टैंड-अप इंडिया स्कीम के तहत काफी रियायती दर पर 1 करोड़ रुपये तक का कर्ज उपल्बध कराया जाता है। कारोबार को शुरू करने के दौरान पहले 3 वर्ष तक इसमें इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है।
देश के निचले वर्गों के उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किए गए इस लोन योजना को स्टैंड-अप इंडिया योजना के नाम से जाना जाता है। इसके तहत लाभार्थी को कारोबार को स्थापित करने के लिए रियायती दरों पर कर्ज दिया जाता है जो कि उसके लिए काफी जरुरी है ।
बता दें कि सरकार इस स्कीम के तहत काफी रियायती दरों पर उद्यमियों को कर्ज उपल्बध कराती है। कारोबार को शुरू करने के दौरान पहले 3 वर्ष तक इनकम टैक्स में छूट मिलती है। इसके बाद इस पर बेस रेट के साथ 3 फीसदी का ब्याज दर लगता है, जो कि टेन्योर प्रीमियम से अधिक नहीं हो सकता है। इस कर्ज को लौटाने के लिए 7 साल का समय मिलता है हालांकि, मोरेटोरियम का समय 18 महीने रहता है।
जानते है योजना के लिए क्या है पात्रता? (Eligibility Criteria For the Scheme)
1. इस स्कीम के तहत लोन के लिए आवेदन करने वाला अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति (SC/ST) या महिला वर्ग का उद्यमी होना चाहिए।
2. लाभार्थी यानी आवेदन करने वाले की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए।
3. सरकार की यह लोन स्कीम केवल ग्रीन फील्ड
प्रोजेक्ट के लिए है। यानी कि लोन लेने वाले लाभार्थी का यह पहला व्यापार होना चाहिए।
4. यह लोन केवल निर्माण या सेवाओं या व्यापार के क्षेत्र (सर्विस या मैन्यूफैक्चरिंग या ट्रेडिंग सेक्टर) के लिए दिया जाता है।
5. इस लोन के लिए सबसे जरूरी है कि आवेदक किसी भी बैंक या संस्थान द्वारा डिफॉल्टर घोषित नहीं होना चाहिए।
6. अगर आपका अपना व्यापार नहीं है और आप हिस्सेदारी में हैं तो व्यापार में आपकी हिस्सेदारी 51% होनी चाहिए।
आईए जानते है स्टैंड-अप इंडिया स्कीम के तहत मिलने वाले लोन के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है?
1. पहचान और निवास प्रमाण पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड)
2. जाति प्रमाण पत्र (अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए, महिलाओं को जरूरत नहीं)
3. व्यवसाय के पते के लिए प्रमाण पत्र
4. पैन कार्ड
5. पासपोर्ट साइज फोटो
6. लाभार्थी के बैंक खाते का विवरण
7. लेटेस्ट टैक्स रिटर्न की कॉपी
8. रेंट एग्रीमेंट (अगर लाभार्थी का व्यावसायिक परिसर किराये पर है तो)
9. कारोबार की प्रोजेक्ट रिपोर्ट
10. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से क्लीयरेंस (जरूरत हो तो)
स्टैंड-अप इंडिया लोन के लिए ये है आवेदन करने का आसान तरीका….
> स्टैंड-अप इंडिया के तहत आप किसी भी बैंक के ब्रांच से लोन ले सकते है। इसके लिए आप अपने बैंक के ब्रांच में भी संपर्क कर सकते हैं।
> अगर आप ऑनलाइन अप्लाई करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको स्टैंड-अप इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट standupmitra.in पर जाना होगा।
> इस पेज पर आपको बाईं ओर नीचे की तरफ दिए गए ‘यू मे एक्सेस लोन’ सेगमेंट के ‘अप्लाई हेयर’ ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
> इसके बाद आपके स्क्रीन पर एक नई विंडो खुलेगी, जिसमें आपको नाम, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर भर कर जनरेट OTP पर क्लिक करना होगा।
> इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर OTP होगा। इसके बाद आधिकारिक निर्देशों के आधार पर सभी जानकारी को भरना होगा और लोन के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
इसके अलावा आप चाहें तो अपने जिले में सरकार द्वारा अधिकृत एजेंसी के माध्यम से भी इस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस लोन स्कीम के लिए सरकार द्वारा अधिकृत एजेंसी की जानकारी आप standupmitra.in/LDMS जाकर पा सकते हैं।