नई दिल्ली। वैसे तो मखाना बिहार की शान है लेकिन इसे लोग देश और विदेशों में भी बड़े चाव से खा रहे है । हालांकि, मखाना एक हल्का-फुल्का स्नैक्स है जिसे हम सूखे मेवों में शामिल करते हैं। इसका इस्तेमाल व्रत में भी किया जाता है और मखाने के कई तरह के मीठे और नमकीन व्यंजन बनाएं जाते है। ऐसा माना जाता है कि व्रत में यह आपका संपूर्ण आहार होता है। इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व ना केवल आपको एनर्जी देते है बल्कि आपको एक्टिव भी रखते है।
इसे नियमित तौर पर सही तरीके से अगर अपनी डाइट में शामिल किया जाए, तो इसके अनगिनत सेहत लाभ पाए जा सकते हैं। भारत के लगभग हर हिस्से में यह खाया जाता है और इसका प्रचलन बहुत ज्यादा है लेकिन अधिकांश लोगों को शायद यह मालूम नहीं है कि मखाना बनता कैसे है। जी हां, बहुत कम ही लोग ऐसे होगें जिन्हें यह पता नहीं कि आखिर मखाना की खेती कैसे होती है और कहां होती है।
बता दें, बिहार के मिथिलांचल में मखाने की खेती होती है, जो कि देश का कुल मखाना की खेती का लगभग 80 फीसदी भाग है।
मखाने की खेती की अगर बात करें तो यह उथले पानी वाले तालाबों में की जाती है। इसके बीज सफेद और छोटे होते हैं, दिसंबर से जनवरी के बीच मखाना के बीजों की बोआई तालाबों में की जाती है। अप्रैल के महीने में पौधों में फूल लगने लगते हैं।
बता दें कि मखाने के फूल जुलाई के महीने में 24 से 48 घंटे तक पानी की सतह पर तैरते हुए पाए जाते हैं। फल कांटेदार होते हैं जिसके कारण इनमें वजन काफी ज्यादा होता है। बाद में यह पानी के नीचे जाकर बैठ जाते हैं। फल के कांटे गलने में एक से 2 महीने का समय लग जाता है। किसान इन्हें पानी की नीचे की सतह से सितंबर-अक्टूबर के महीने में जमा कर लेते हैं।
इसके बाद इसकी आगे की प्रक्रिया शुरु हो जाती है। पहले तो इसके बीजों को सूरज की तेज धूप में सुखाया जाता है। इन पर ग्रेडिंग बीजों के आकार के हिसाब से की जाती है। इसके बाद मखाना बन कर तैयार हो जाता है।
मखाने का सबसे बड़ा फायदा यह है की इसे उपजाने के लिए किसी भी प्रकार का खाद या कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं किया जाता इसलिए इसे आर्गेनिक फूड भी कहते है। मखाने को फोक्स्नट और प्रिकली लिली भी कहा जाता हैं। भारत के अलावा मखाना की खेती चीन, रूस, जापान और कोरिया में की जाती है।
मखाने में प्रोटीन,एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन,कैल्शियम,मिनरल्स,न्यूट्रिशियंस और फास्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं। यह तत्व शरीर के पोषण के लिए काफी जरूरी होते है। मखाने में मौजूद प्रोटीन के कारण यह मसल्स बनाने और फिट रखने में भी मदद करता है।
तो फिर आप भी इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं और सेहत को तंदुरुस्त रखे।
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