नई दिल्ली। सरकार ने एक मोबाइल एप लॉन्च किया है। इस एप नाम ‘आरोग्य सेतु’ (Arogya Setu app) है। इस एप की मदद से लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद मिल सकेगी। यह एप लोगों को वायरस से संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर सतर्क करेगा।
यह एप लोगों को वायरस से संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर सतर्क करेगा। मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, एप केवल ताजा मामलों का पता लगाएगा और केवल उन्हीं लोगों को सतर्क करेगा जो संक्रमित व्यक्ति के आस-पास रहे हैं। एक सरकारी बयान में कहा गया है।
DG, NIC highlighted the features of ‘Arogya Setu’ mobile app, during a press conference for COVID-19. Government of India launched the mobile app developed in public-private partnership to bring citizens together to combat COVID-19. @GoI_MeitY @OfficeOfRSP @OfficeOfSDhotre pic.twitter.com/Z32bk2UJYp
— NIC (@NICMeity) April 2, 2020
‘ यह एप आवाज के जरिये इस्तेमाल में आने वाली तकनीक से संकमितों का पता लगाने में मदद करेगा। इसमें अति आधुनिक ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी, एल्गोरिदम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग शामिल है। यह एप 11 भाषाओं में उपलब्ध है। इसे एंड्रियोड और ioS दोनों प्लेटफार्म पर लॉन्च किया गया है।
आईटी मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति चिकित्सा परीक्षण के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो संक्रमित व्यक्ति का मोबाइल नंबर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बनाए गए रजिस्टर में शामिल होगा और एप पर भी इस सूचना को अपडेट किया जा जायेगा। अब तक, देश में कुल 2,116 लोगों में कोरोनो वायरस संक्रमण का पता चला है, जिनमें से 150 ठीक हो गए हैं। दुनियाभर में करीब 50 हजार लोगों की इस महामारी के कारण मौत हो चुकी है। भारत में 50 लोगों की अब तक कोरोना वायरस से मौत हुई है।
बयान में कहा गया है, ”इस एप से कोविड -19 संक्रमण के जोखिम का आकलन करने और आवश्यक होने पर संबंधित व्यक्ति अथवा क्षेत्र को दूसरे लोगों अलग करने (क्वारंटाइन ) करने के लिए सरकार को समय पर कदम उठाने में मदद मिलेगी।” सरकार ने कहा कि एप में उपयोगकर्ताओं की जानकारी किसी से साझा नहीं की जाएगी और प्राइवेसी का पूरा ख्याल रखा जाएगा।