नई दिल्ली।देश में डायबिटीज़ मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। हमारी जीवनशैली और कार्यशैली की वजह से ज्यादातर लोग इसकी चपेट में आ रहे है। ऐसे में लोगों को ज्यादा सावधान होने की जरुरत है और खुद को एक्टिव रख इस बीमारी से बचना है। जरुरत इस बात की है कि लोग क्या खाएं और क्या ना खाएं जो उन्हें इस गंभीर बीमारी से बचा सके।
डायबिटीज के मरीजों की खान-पान की परहेज कुछ ज्यादा ही होती है। डायबिटीज़ में खाने और न खाने वाली चीज़ों की लंबी चौड़ी लिस्ट को अपना पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।लेकिन आज हम बात कर रहें है एक ऐसे ड्रिंक की जो बिल्कुल नैचुरल है और इसके मरीजों को पसंद आने के साथ -साथ काफी फायदा भी पहुंचाएगा।
नारियल पानी …जी हां, शुद्ध नैचुरल ड्रिंक जिसका टेस्ट लाजवाब होता है, जिसमें किसी भी तरह के स्वीटनर या प्रिज़र्वेटिव नहीं होते। बिना पके हुए नारियल के शुद्ध पानी में आराम से पचने वाला कार्बोहायड्रेट होते है, जिसे पीने से इलेक्ट्रोलाइट्स की ज़रूरत पूरी हो जाती है।
एक्सपर्ट्स की अगर मानें तो ब्लड शुगर लेवल की जांच करने के बाद आप हफ़्ते में दो बार इसे पी सकते हैं।
जानिए नारियल पानी पीने के फ़ायदे…
पोषक पेय पदार्थ
नारियल पानी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। शरीर में पानी की ज़रूरत पूरी करके ठंडक बनाए रखने में यह काफ़ी असदार होता है। एक गिलास नारियल पानी पीने का मतलब हुआ शरीर को इलेक्ट्रोलाइट, विटामिन, और पोटैशियम, सोडियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फ़ॉस्फ़ोरस जैसे मिनरल से भर देना।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
नारियल पानी में मैग्नीशियम साल्ट होता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। नारियल पानी में एंटीऑक्सिडेंट के गुण होने के चलते इसे पीने से सुन्नपन, नज़र के धुंधलेपन, किडनी में पथरी और एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में रुकावट) के इलाज में बेहतर असर पड़ता है। पोटैशियम की ख़ूबी होने की वजह से बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
वज़न घटाने में मददगार
इसे पीने से भूख कम लगती, जिससे ज़्यादा खाने से बच जाते हैं। हाई बायो-एक्टिव एंजाइम युक्त होने की वजह से हाज़मा सुधारने और फ़ैट के मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने में मदद मिलती है। बढ़े हुए मेटाबॉलिज़्म से फ़ैट सेल (कोशिकाएं) एक्टिव ऊर्जा मॉलिक्यूल में बदल जाते है।
फ़ैट कम करने में मददगार
नारियल पानी पीने से मेटाबॉलिज़्म बढ़ता है, नतीजन शरीर में मौजूद वसा और शुगर की खपत होती है ।
ब्लड शुगर का प्रबंधन
नारियल पानी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 3 और ग्लाइसेमिक लोड 0 होता है, जिससे इसे पीने से ब्लड शुगर लेवल तेज़ी से नहीं बढ़ता।
प्राकृतिक तौर पर शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाले
पोटैशियम साल्ट किडनी में मौजूद साल्ट को घुलने में मदद करता है। इस वजह से ज़्यादा पेशाब बनने के चलते शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। लेकिन जिन्हें किडनी में पथरी की शिकायत है, वे इससे परहेज करें क्योंकि इसमें पोटैशियम होता है।
तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर इसे अपने डाइट में शामिल करें और खुद को स्वस्थ्य रखें