नई दिल्ली।झारखंड सरकार ने कोरोना लॉकडाउन पीड़ित अप्रवासी झारखंड के निवासियों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से एक नई योजना का शुभारंभ किया है जिसका नाम है झारखंड कोरोना सहायता मोबाइल ऐप योजना।इस योजना के जरिए उन मजदूरों को फायदा पहुंचाया जाएगा जो कि रोजगार के लिए दूसरे राज्य में जाकर मजदूरी करते थे लेकिन फिलहाल कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण उनके पास जीवन आजीविका का कोई जरिया नहीं रहा है और वहां से पलायन करना चाहते हैं। उनकी आवाजाही को रोकने के उद्देश्य से और उनके कठिन समस्या को समाधान करने के उद्देश्य से सरकार ने यह आर्थिक योजना शुरू की है । इस योजना के तहत किस तरह से आप आवेदन कर सकते हैं और कौन लोग इस योजना में लाभार्थी होंगे आईए जानते है विस्तार से ।
नाम -झारखण्ड कोरोना सहायता एप
दिनांक-16 अप्रैल, 2020
मुख्यमंत्री-मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
लाभार्थी- राज्य के बाहर प्रवास करने वाले झारखण्ड के मजदूर
लाभ -आर्थिक सहायता
राशि-2000 रुपये
संबंधित विभाग-श्रमिक विभाग
वेबसाइट covid19help .jharkhand.gov.in
अंतिम तिथि-31 मई, 2020
टोल फ्री नंबर- 182
जानिए क्या है झारखण्ड कोरोना सहायता एप योजना
यह एक आर्थिक सहायता योजना है जो कि कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से गरीब मजदूरों तक को दी जा रही है । इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा ₹2000 की आर्थिक सहायता लाभार्थियों को पहुंचाई जाएगी। यह आर्थिक मदद डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सुविधा के जरिए उनके खाते में सरकार की तरफ से पैसा डाल कर पूरी की जाएगी।
जानिए झारखण्ड कोरोना सहायता एप योजना के तहत आवेदन कैसे करें [How to Apply]
इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थियों के पास स्मार्टफोन होना जरूरी है, परंतु यहां सरकार ने स्पष्ट किया है कि प्रत्येक लाभार्थी के पास स्वयं का स्मार्टफोन होना जरूरी नहीं है ।अगर समूह में किसी एक के पास भी स्मार्टफोन है तो वे इस योजना का लाभ ले सकते हैं ।
जानिए झारखण्ड कोरोना सहायता एप डाउनलोड और इन्स्टाल कैसे करे [App Install DownloadLink]
आधिकारिक वेबसाइट पर योजना संबंधी ऐप डाउनलोड करने के लिए लिंक दी गई है उस लिंक पर क्लिक करके “झारखंड कोरोना सहायता मोबाइल ऐप डाउनलोड करें” लिंक दिखाई देगा जिसे क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा ।
जहां डाउनलोड लिंक पर क्लिक करके ऐप को मोबाइल में डाउनलोड एवं इंस्टॉल किया जा सकता है ।
ऐप को डाउनलोड करने के बाद योजना के अंदर पंजीयन कराने हेतु फॉर्म फिल करना होगा जो भी महत्वपूर्ण जानकारी फॉर्म में पूछी जाएगी, उसे सावधानीपूर्वक भरकर फॉर्म सबमिट करना होगा ।
सहायता एप की खास बातें
एप को ‘कोविड 19 हेल्प डॉट झारखंड डॉट जीओवी डॉट इन’ वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है।
एप के माध्यम से आवेदन के दौरान कुछ तथ्यों की पुष्टि की जाएगी। जैसे आवेदक का जियो-लोकेशन राज्य से बाहर का होना चाहिए।
आवेदक का नाम उसके आधार डाटा में अंकित नाम से मेल खाना चाहिए।
आवेदक द्वारा दिया गया बैंक विवरण झारखंड राज्य का ही होना चाहिए।
इसके अलावा आवेदक के द्वारा निम्न आंकड़ों की प्रविष्टि की जाएगी। आवेदक का गृह जिला, प्रखंड, पंचायत। आवेदक का नाम, पिता का नाम, आधार संख्या, बैंक का विवरण और वर्तमान राज्य एवं जिला जहां वे फंसे हैं। मोबाइल नंबर।
किन्हे मिलेगा झारखण्ड कोरोना सहायता एप योजना का लाभ [Eligibility Criteria]
इस योजना के अंतर्गत ₹2000 उन्हीं लोगों को दिए जाएंगे जो कि मूलतः झारखंड के निवासी हैं लेकिन मजदूरी करने हेतु दूसरे राज्य में निवास कर रहे थे अर्थात उन्हें अप्रवासी झारखंड मजदूर कहा जा सकता है ।
झारखण्ड कोरोना सहायता एप योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज [Documents]
योजना के लिए मजदूरों के पास उनका आधार कार्ड होना बहुत जरूरी है।
सरकार की तरफ से यह आर्थिक मदद सीधे बैंक खाते में पैसा जमा करके की जाएगी इसीलिए लाभार्थी के पास बैंक खाते की जानकारी होना भी बहुत जरूरी है ।
इस मोबाइल ऐप के जरिए किसी भी तरह की धोखाधड़ी को रोका जा सकता है, जैसे ही व्यक्ति मोबाइल ऐप को डाउनलोड करेगा, उसकी लोकेशन उसमें ट्रेस कर ली जाएगी जिससे यह पता चल जाएगा कि यह व्यक्ति झारखंड की सीमा के बाहर रह रहा है ।
मोबाइल ऐप में आधार कार्ड की जानकारी डालना जरूरी है, साथ ही यह पुष्टि भी करनी होगी कि लाभार्थी जिसे लाभ लेना है उसी का आधार कार्ड है ।
यह भी जरूरी है कि आवेदक जिस बैंक खाते की जानकारी दे रहा है वह बैंक खाता झारखंड राज्य के अंतर्गत शामिल हो ।
पैसा सीधे सही व्यक्ति के अकाउंट में जाए इसलिए हर बात की पुष्टि की जाएगी कि जो व्यक्ति अपना एड्रेस बता रहा है वह उसी एड्रेस का रहने वाला हो ।
मोबाइल नंबर से रजिस्टर करने के बाद ओटीपी भेजा जाएगा जिससे सत्यापन की एक प्रक्रिया पूरी होगी।
योजना संबंधी पूरी जानकारी मोबाइल पर मैसेज के जरिए भेजी जाएगी।
आवेदक को अपनी पासपोर्ट साइज फोटो एवं आधार कार्ड की फोटो लगाना जरूरी होगा ताकि दोनों का आपस में मिलान किया जा सके ।
देश में करोना वायरस के कारण काफी राज्यों में इस तरह के मजदूर फंस गए हैं जो कि अपने घरों से काफी दूर हैं और ऐसे में उनका जीवन व्यापन करना बहुत मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि उनके पास राशन कार्ड भी ना होने के कारण उन्हें मुफ्त में अनाज का भी लाभ नहीं मिल रहा है ऐसे में सरकार द्वारा उठाए गए यह कदम बहुत ही सराहनीय है ।