आप मोदी सरकार की इस योजना के तहत बाजार भाव के मुकाबले करीब 1100 रुपये कम में सोना खरीद सकते है। मौजूदा समय में सोने की कीमतें 40 हजार रुपये प्रति दस ग्राम है। वहीं, इस योजना के तहत 38,900 रुपये प्रति दस ग्राम में सोना मिल रहा है।
सोने की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्र की मोदी सरकार सस्ते सोने की नई स्कीम लाई है। 9 से 13 सितंबर के बीच सरकारी योजना Sovereign Gold Bond में सस्ता सोना खरीदने का मौका मिल रहा है, अगर आसान शब्दों में कहें तो मतलब साफ है कि आप इस योजना के तहत बाजार भाव के मुकाबले करीब 1100 रुपये कम में सोना खरीद सकते है। मौजूदा समय में सोने की कीमतें 40 हजार रुपये प्रति दस ग्राम है। वहीं, इस योजना के तहत 38,900 रुपये प्रति दस ग्राम में सोना मिल रहा है। साथ ही, गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर आपको ब्याज भी मिलेगा। इसके अलावा ऑनलाइन खरीदने पर सरकार 50 रुपये की छूट भी मिल रही है।
आइए जानते हैं कैसे आप खरीद सकते हैं सोना
क्या है Sovereign Gold Bond स्कीम – इस योजना की शुरुआत नवंबर 2015 में हुई थी। इसका मकसद फिजिकल गोल्ड की मांग में कमी लाना तथा सोने की खरीद में उपयोग होने वाली घरेलू बचत का इस्तेमाल वित्तीय बचत में करना है। घर में सोना खरीद कर रखने की बजाय अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करते हैं, तो आप टैक्स भी बचा सकते हैं।
कहां से खरीदें सस्ता सोना- Sovereign Gold Bond की बिक्री, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरिश ऑफ इंडिया लिमिटेड चुने गए पोस्ट ऑफिस और एनएसई एवं बीएसई के जरिए होती है। आप इन सभी में किसी भी एक जगह जाकर बॉन्ड स्कीम में शामिल हो सकते हैं। आपकों बता दें कि भारत बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड की ओर से पिछले 3 दिन 999 प्योरिटी वाले सोने की दी गई कीमतों के आधार पर इस बांड की कीमत रुपये में तय होती है।
यहां पर मिलेगी 50 रुपये की एक्सट्र छूट – वित्त मंत्रालय ने कहा है कि भारत सरकार ने आरबीआई की सलाह से ऑनलाइन आवेदन और भुगतान करने पर बॉन्ड की कीमत में 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट दी है। मतलब साफ है कि इन गोल्ड बॉन्डस की कीमत में 3,890 रुपये प्रति ग्राम तय है। अगर आपने ऑनलाइन बुक किया तो आपको 50 रुपये की छूट मिलेगी यानी फिर कीमत हो जाएगी प्रति ग्राम 3,840 रुपये।
Sovereign Gold Bond फायदों के बारे में जानिए…..
मिलेगा ज्यादा मुनाफा– इस स्कीम के तहत इनिशियल इन्वेस्टमेंट पर 2.5 फीसदी का सालाना ब्याज मिलेगा।
ऐसे होगी भारी बचत- बांड की कीमतें सोने की कीमतों में अस्थिरता पर निर्भर करती है, सोने की कीमतों में गिरावट पर गोल्ड बॉन्ड नकारात्मक रिटर्न देता है।
इस अस्थिरता को कम करने के लिए सरकार लंबी अवधि वाले गोल्ड बॉन्ड जारी कर रही है.
इसमें निवेश की अवधि 8 साल होती है, लेकिन आप 5 साल के बाद भी अपने पैसे निकाल सकते हैं. पांच साल के बाद पैसे निकालने पर कैपिटल गेन टैक्स भी नहीं लगाया जाता है.
आप ले सकते हैं लोन-जरूरत पड़ने पर गोल्ड के एवज में बैंक से लोन भी लिया जा सकता है. गोल्ड बॉन्ड पेपर को लोन के लिए कोलैटरल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट की तरह होता है।