केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा देने वाले विधार्थियों को एडमिट कार्ड पर अभिभावक के हस्ताक्षर कराने होंगे। सीबीएसई ने यह नया नियम लागू किया है, जोकि 2020 में होने वाली परीक्षाओं से लागू होगा। इसको लेकर बोर्ड ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।
बोर्ड के अनुसार ऐसा करना इसलिए जरूरी था, क्योंकि एडमिट कार्ड में हुई त्रुटि से विद्यार्थियों और उनके माता- पिता को आगे चलकर परेशानी होती है। इसे देखते हुए ही बोर्ड ने स्कूलों को तीन बार रजिस्ट्रेशन फार्म की जांच करने का निर्देश है। वहीं, नौवीं और ग्यारहवीं में पढ़ रहे विद्यार्थियों के रजिस्ट्रेशन के साथ दसवीं और बारहवीं की भी एलओसी (लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स) भरवाई जा रही है।
इसमें रजिस्ट्रेशन तो स्कूलों द्वारा किया जा रहा है, लेकिन छात्रों से भी जांच कराई जा रही है। विद्यार्थियों को एडमिट कार्ड जांचने के बाद माता- पिता को दिखाना होगा, जिससे कि त्रुटि को सही कराया जा सके। अभिभावक के हस्ताक्षर के बाद एडमिट कार्ड फिर से स्कूल में जमा कराना होगा। बोर्ड द्वारा हुए इस बदलाव से साफ तौर पर स्पष्ट हो गया है कि इस प्रक्रिया के बाद किसी भी प्रकार की त्रुटि बाद में सही नहीं कराई जाएगी।
सीबीएसई की जनसंपर्क अधिकारी रमा शर्मा ने बताया कि दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए एडमिट कार्ड में अभिभावक के हस्ताक्षर कराना अनिवार्य है। यह कदम बहुत जरूरी था। इसके लागू होने के बाद एडमिट कार्ड में हुई त्रुटि का जिम्मेदार बोर्ड नहीं होगा और अभिभावक बोर्ड पर किसी प्रकार का आरोप नहीं लगा सकेंगे।
अर्धवार्षिक परीक्षा की डेटशीट जारी
सीबीएसई समेत शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले दिल्ली के तमाम स्कूलों के लिए परीक्षा की डेटशीट जारी कर दी गई है। 11 सितंबर से 30 सितंबर तक कक्षा आठ से बारहवीं तक के छात्रों के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें छठी से आठवीं तक के छात्रों को सुबह साढ़े 9 से 12 बजे तक परीक्षा देनी होगी जबकि नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों के लिए सुबह साढ़े नौ से साढ़े 12 बजे तक के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी। मतलब छठी से आठवीं तक के छात्रों को ढ़ाई घंटे का समय दिया जाएगा वहीं नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों को परीक्षा के लिए तीन घंटे तक का समय मिलेगा।