मिजोरम-का-खान-पान
भारत के पूर्व-उत्तर में बसा मिजोरम (Mizoram) एक बेहद खूबसूरत राज्य है। भले ही यह राज्य छोटा हो, लेकिन इसकी प्रकृतिक सुंदरता अद्भुत है। यही वजह है जो दूर-दूर से पर्यटक यहां पर आते हैं।
मिज़ोरम नीले पर्वतों की भूमि कहा जाता है। यह भारत के सबसे अनुशासित राज्यों में से एक के रूप में जाना जाता है। आइजोल मिजोरम की राजधानी है। मिज़ोरम में खाने के लिए कई स्वादिष्ट व्यंजन हैं। मिजोरम के भोजन पर चीन और उत्तर भारतीय व्यंजनों का हल्का प्रभाव है। मिजोरम का मुख्य भोजन चावल है और मांस उनके भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मिज़ोरम लोगों का भोजन अधिकतर मांसाहारी होता है। वे खाना पकाने में कम तेल का उपयोग करते हैं और भोजन में स्वाद बढ़ाने के लिए ज्यादातर स्थानीय रूप से उगाई जाने वाली जड़ी-बूटियों और अन्य सब्जियों को खाते हैं।
मिजोरम को इसकी 21 पहाड़ी श्रृंखलाओं के लिए भी जाना जाता हैं। अब बात करते हैं यहां के खाने की-
मिजोरम के खानपान में चावल नंबर एक पर आता है। जैसे कि आप सभी को मालूम है कि यह राज्य भारत के पूर्वोत्तर हिस्से में स्थित है। जिस वजह से यहां पर चावल की खेती अधिक की जाती है। यहां के लोगों खाने में चावल बेहद पसंद करते हैं। इसके अलावा वह भोजन में मछलियां, मांस और हरी सब्जियां भी शामिल करते हैं।
आपको बता दें कि मिजोरम में खाने को परोसने के लिए केले के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। यहां के खाने में मीसा मच गरीब, वौक्सा रेप, अरसा बुछिकर, कोठा पीठा, पूअर मच और दाल आदि सबसे खास हैं। यहां के लोग खाना बनाने के लिए ज्यादातर सरसों के तेल का ही इस्तेमाल करते हैं।