भारत सरकार ने देशवासियों को स्वस्थ बनाये रखने के लिए तरह-तरह की योजनायें चलायी है। इसमें स्वच्छ भारत अभियान से लेकर आयुष्मान भारत तथा प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना शामिल है। आज हम आपको सरकार की एक ऐसी योजना के बारें में बताएँगे जो आम जन के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। अगर आप गाँव में दूर-दराज रहते है तो सरकार द्वारा चलायी गयी इस योजना से स्वास्थ्य संबंधी लाभ ले सकते है।
सरकार द्वारा चलाया गया ‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन'(National Digital Health Mission)
सरकार ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने के लिए डिजिटल हेल्थ मिशन को लांच किया है। इस मिशन की शुरुआत 2020 में स्वंतत्रता दिवस के मौके पर की गयी थी। यह मिशन आयुष्मान भारत की तरह एक अन्य स्वास्थ्य मिशन है। इस मिशन के तहत सरकार का मकसद है कि लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सभी सुविधाएँ डिजिटली मात्र एक क्लिक में मिले। सरकार ने इस मिशन के तहत एक हेल्थ आईडी बनाने का लक्ष्य रखा है। यही नहीं सरकार एक एप्प भी बनाएगी। यह मिशन व्यापक स्तर पर डेटा और इन्फ्रास्ट्रकचर सर्विसेज के माध्यम से एक कुशल और सस्ती स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करेगा।
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का उद्देश्य
सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए टेक्नोलोजी का सहारा लिया है। डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत सरकार एक एप्प बनाएगी। हर व्यक्ति की एक हेल्थ आईडी बनाई जायेगी। हर व्यक्ति के मेडिकल रिकार्ड का बैकअप बनेगा। आईडी की मदद से व्यक्ति के मेडिकल कंडीशन जैसे कि उसे पहले कौन-कौन सा रोग या स्वास्थ्य से सम्बंधित परेशानी रह चुकी है, इस बात की जानकारी मिलेगी। इस आईडी से यह भी पता चल जायेगा कि व्यक्ति ने आखिरी बार किस डाक्टर को दिखाया था और कौन सी दवा खायी थी।
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन तहत होने वाले कार्य
इस मिशन के तहत हर चिकित्सा संस्थान को और राज्य के मेडिकल काउंसिल को जोड़ा जायेगा। इससे दूरदराज के गावों में रहने वाले लोगों को फायदा मिलेगा। इस सुविधा के होने से व्यक्ति को जिला अस्पताल में अपोइन्टमेंट आसानी से मिल जायेगी। देश भर के सभी डाक्टरों का वेरिफिकेशन किया जा सकेगा। झोलाछाप डाक्टरों की छुट्टी होगी। सरकार ने गरीबों के लिए पहले ही 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी है।
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की ख़ास बातें
- – नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के प्रमुख बातों में हेल्थ आईडी, हर व्यक्ति के स्वास्थ्य रिकार्ड, सभी डाक्टरों का डिजिटली व्यौरा, और सभी स्वास्थ्य सुविधाओं की रजिस्ट्री आदि होगी।
- – इस मिशन के तहत बनी आईडी हॉस्पिटल, डायग्नोस्टिक लेबोरेटरीज और फार्मेसी में लागू होगी।
- – व्यक्ति के निजी स्वास्थ्य रिकार्ड में व्यक्ति की सारी जानकारी शामिल होगी। जैसे कि जन्मे से लेकर इम्युनिटी, सर्जरी, लेबोरेटरी टेस्ट आदि। व्यक्ति की आईडी को कोई तब तक एक्सेस नहीं कर पायेगा जब व्यक्ति उसे परमिशन नहीं देगा।
- – डिजी डॉक्टर के तहत हर एक डॉक्टर को यूनीक पहचान दी जायेगी।
- – इस मिशन की प्रमुख विशेषता टेक्नोलोजी है। जो कोई भी व्यक्ति डिजिटल मोड पर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लेना चाहता है वह इस योजना से लाभ ले सकता है। सरकार ने कहा है कि व्यक्ति के स्वास्थ्य से सम्बंधित सभी जानकारी गुप्त रखी जायेगी। बिना व्यक्ति की सहमति से उसकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी किसी से शेयर नहीं की जा सकेगी।