महिलाओं को समाज में कई सारी परेशानियों को तो झेलना पड़ता ही है साथ ही साथ उन्हें शारीरिक रूप से हर महीने परेशानी झेलनी पड़ती है। जी हाँ, महिलाओं को हर महीने मासिक चक्र से होकर गुज़रना पड़ता है जोकि बहुत दर्दनाक होता है। इससे महिलाओं का स्वास्थ्य ख़राब होता है और उनका विकास रुक जाता है। मासिक चक्र यानि कि पीरियड्स के बारें में सारे अवधारणा और मिथक है। आज हम आपको पीरियड्स से सम्बंधित सभी मिथक के बारें में बताएँगे।
महिलाओं का मासिक चक्र 28 दिन का होता है।
महिला के शरीर के अंदर 2 ओवरी होती है। दोनों यूटरस के दोनों तरफ होती है। ओवरी में ओवम बनता है और ओवम स्पर्म से निषेचन करते है। एक महीने में एक ओवरी में ओवम बनता है और अगले महीने में दूसरी ओवरी में ओवम बनता है।
ओवम का जीवन काल
महिलाओं में सामान्यत: ओवम का जीवन काल 14 दिन का होता है। जिस दिन पीरियड्स आते है उसके बाद से ये बनने शुरू होते है और अगले दो हफ्ते में ये बनकर परिपक्व हो जाते है। अगर इस दौरान स्पर्म से इनका निषेचन हो गया तो इससे महिला गर्भवती हो सकती है। पीरियड्स के 7 दिन तक ये बनते रहते है। पीरियड्स के 7 दिन बाद से लेकर 14 दिन तक अगर कोई महिला सेक्स करती है तो संभावना रहती है कि वह गर्भधारण कर सकती है।
ओवरी में ओवम का बनना
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि महिलाओ में दो ओवरी होती है। एक ओवरी में एक महीने में जब ओवम बनते है तो ये 21 दिन में बनकर परिपक्व होते है। 21 दिन में परिपक्व होने के बाद ये नष्ट होना शुरू हो जाते है और फिर 21 के एक हफ्ते बाद यानि कि 28वें दिन ये ओवम पीरियड्स में गंदे खून के रूप में शरीर से बाहर निकल जाते है। जब ये ओवम शरीर से बाहर निकल जाते है तो दूसरी ओवरी में फिर से ओवम बनना शुरू हो जाता है। जिस दिन पीरियड्स आता है उस दिन से दूसरी ओवरी में ओवम बनना शुरू हो जाता है। पीरियड्स के एक हफ्ते तक ये ओवम बनते रहते है।
कब होता है सुरक्षित सेक्स
सुरक्षित सेक्स का मतलब होता है कि कब सेक्स किया जाय जब महिला गर्भधारण न करें। 21 दिन के बाद जब ओवम नष्ट होने लगते है तो सेक्स करने पर महिला गर्भधारण नहीं करती है। चूँकि पीरियड्स के दिनों में ओवम बनना शुरू होते है इसलिए इस दौरान भी सेक्स करने से गर्भधारण नही होता है क्योंकि इस दौरान ओवम परिपक्व नहीं होते है जिससे स्पर्म से वे निषेचन नहीं कर पाते है परिणामतः गर्भधारण नहीं हो पाता है। इसलिए पीरियड्स से एक हफ्ते पहले और पीरियड्स के एक हफ्ते बाद सेक्स करना सुरक्षित रहता है इस दौरान ओवम के नष्ट होने तथा फिर से बनने के कारण ये स्पर्म से निषेचन नहीं कर पाते है जिससे गर्भधारण नही होता है।
आमतौर पर महिलाओं में 4 दिन तक पीरियड्स आता है। पीरियड्स आने के दिनों की संख्या अलग-अलग महिलाओं में अलग-अलग हो सकती है। पीरियड्स को दवाओं के माध्यम से आगे-पीछे भी किया जा सकता है। जब वजाइना से खून निकलना बंद हो जाए तो उसके बाद सेक्स करना सुरक्षित होता है।